वीरूवाला गुढ़ा की सतवीर कौर ने बॉक्सिग में बनाई अलग पहचान

गांव वीरूवाला गुढ़ा की रहने वाली सतवीर कौर ने मेहनत और अभ्यास

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 06:28 AM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 06:28 AM (IST)
वीरूवाला गुढ़ा की सतवीर कौर ने बॉक्सिग में बनाई अलग पहचान
वीरूवाला गुढ़ा की सतवीर कौर ने बॉक्सिग में बनाई अलग पहचान

संवाद सहयोगी, बड़ागुढ़ा : गांव वीरूवाला गुढ़ा की रहने वाली सतवीर कौर ने मेहनत और अभ्यास के बलबूते पर बॉक्सिग खेल में न केवल अपनी पहचान बनाई बल्कि अब सरकारी कोच के रूप में भी सेवाएं दे रही है। ग्रामीण आंचल से जुड़ी सतवीर कौर वर्तमान में गांव में लड़कियों को बॉक्सिग का प्रशिक्षण दे रही है। सतवीर कौर का मानना है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं है। वे सात बहनें हैं। तीन बहनों ने खेलों को अपनाया है। अकविद्र कौर तीरंदाज है जबकि किरणकौर कबड्डी प्लेयर रहीहैं। बतौर बॉक्सिग कोच सेवाएं दे रही सतवीर कौर सुबह गांव वीरूवाला गुढ़ा के स्टेडियम में तथा शाम को भगत सिंह स्टेडियम में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रही है। --------- सरकारी स्कूल में ली प्रारंभिक शिक्षा सतबीर कौर ने बताया कि अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव वीरूवाला गुढ़ा के सरकारी स्कूल में ही प्राप्त की है। कोच राजपाल वर्मा ने बच्चों को यहां कबड्डी व वालीबॉल की तैयारी शुरू करवाई। सतवीर कौर द्वारा कबड्डी व वालीबॉल प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने पर कोच राजपाल ने उन्हें आगे ओर तैयारी करने की सलाह दी। जिसके बाद सतबीर कौर ने पढ़ाई के साथ साथ 2001 में चौटाला में ओलंपिक खेल नर्सरी में दाखिला लेकर वालीबॉल की तैयारी शुरू कर दी। दसवीं कक्षा तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने चंडीगढ़ में ग्रेजुएशन करने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी से बीपीएड किया। इस दौरान चंडीगढ़ और पंचकूला में रहकर कोच अनिल कुमार के पास बाक्सिग की कोचिग ली। इस दौरान नेशनल स्तर पर खेला और स्टेट लेवल पर उन्हें गोल्ड मेडल हासिल किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से एजुकेशन में ग्रेजुएट और बीपीएड किया। 2012-13 में बाक्सिग कोच का डिप्लोमा कोर्स किया। सितंबर 2013 से लेकर 2017 तक यूथ इंडियन वोमेन टीम के साथ बतौर बाक्सिग कोच कोचिग की। जनवरी 2018 से लेकर आज तक सीनियर टीम के साथ बतौर बाक्सिग कोच कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक ओलंपिक के लिए इंडिया की चार महिला बाक्सर ने क्वालिफाइड कर लिया है और एक लेट क्वालिफाई करना बाकी है।जोकि अगले वर्ष तक क्वालिफाई कर लिया जाएगी। ----- सरपंच बोली होनहार बेटी पर गर्व गांव वीरुवाला गुढ़ा के ग्रामीणों सहित सरपंच जगदीप कौर ने कहा कि हमें हमारे गांव की होनहार बेटी पर गर्व महसूस हो रहा है जिसने गांव के साथ साथ जिले व राज्य का नाम रोशन किया। सतवीर कौर का कहना है कि समाज में युवा वर्ग को नशे से दूर रहकर खेलों में बढ़चढ़ भाग लेना चाहि। उनका भी सपना है कि जिदगी में खेलों के प्रति अभी ओर कड़ी मेहनत कर देश का नाम रोशन करना चाहतीं हैं।

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