दो दिवसीय साइकिल मेला शुरू, 952 विद्यार्थियों ने पंसद की साइकिलें

बरनाला रोड स्थित सामुदायिक केंद्र में दो दिवसीय साइकिल मेले का आयो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 09:54 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 09:54 PM (IST)
दो दिवसीय साइकिल मेला शुरू, 952 विद्यार्थियों ने पंसद की साइकिलें
दो दिवसीय साइकिल मेला शुरू, 952 विद्यार्थियों ने पंसद की साइकिलें

जागरण संवाददाता, सिरसा : बरनाला रोड स्थित सामुदायिक केंद्र में दो दिवसीय साइकिल मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में सर्वशिक्षा अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के छठी कक्षा तथा नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को साइकिलें दी जानी है। पहले दिन जिले के सातों खंडों के 952 बच्चे साइकिलें पसंद करने के लिए पहुंचे। मंगलवार को नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को साइकिलें पसंद करने पहुंचेंगे। साइकिल मेले को लेकर विभाग द्वारा कमेटी गठित की गई है, जिसमें कालांवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल गुप्ता नोडल अधिकारी है जबकि जिला विज्ञान विशेषज्ञ डा. मुकेश कुमार, डीपीई डाइट ¨डग अनिल कुमार, गणित विशेषज्ञ नीरज पाहुजा सदस्य हैं। इन्हीं की देखरेख में मेले का आयोजन किया गया है। इस योजना के तहत विभाग द्वारा 20 इंची साइकिल के लिए 2800 रुपये तथा 22 इंची साइकिल के लिए 3000 रुपये दे रहा है जो छात्र के खाते में आएंगे। साइकिल मेले में शहर के विभिन्न साइकिल विक्रेताओं द्वारा 8 स्टालें लगाई गई थी, जिनमें साइकिलों के कई मॉडल रखे हुए थे। अभिभावकों संग साइकिल पसंद करने आए अधिकतर बच्चे रेंजर साइकिल को प्राथमिकता दे रहे थे। बच्चे साइकिल चलाकर देख रहे थे। हालांकि साइकिलों की रेंज 3600 रुपये से आरंभ हो रही थी। योजना के तहत बच्चे साइकिलें पसंद कर रहे हैं। स्कूल में साइकिलें पहुंचाने के बाद विभाग बच्चों के खातों में राशि जमा करवा देगा तथा शेष राशि बच्चों के अभिभावक देंगे। योजना के तहत नाथूसरी चौपटा के 54, ओढां के 23, ऐलनाबाद के 47, सिरसा के 401, बड़ागुढ़ा के 9, रानियां के 295 तथा डबवाली के 123 बच्चों सहित कुल 952 ने साइकिलें पसंद की।

::::सरकार द्वारा चलाई योजना बहुत अच्छी है। बच्चों को अपनी पसंद की साइकिल मिल रही है। - किरणजीत कौर, अभिभावक छठी कक्षा में पढ़ने वाली खुशी का कहना था कि साइकिल पसंद कर ली है, जल्द ही आ जाएगी, बहुत खुश हूं। ::::योजना बहुत अच्छी है। महंगाई के दौर में गरीब आदमी साइकिल नहीं दिलवा सकता। परंतु सरकार ने साइकिल की राशि देकर अच्छा प्रयास किया है। हमें मात्र 400 रुपये अतिरिक्त देने पड़े हैं। - मनजीत कौर छात्र र¨वद्र ने बताया कि उसका स्कूल घर से काफी दूर है। पैदल स्कूल जाने में परेशानी होती थी अब साइकिल आने के बाद समय से स्कूल पहुंचा जा सकेगा।

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छात्र अवि ने बताया कि मेले में एक से बढ़कर एक साइकिलें हैं। महंगी साइकिलें भी है। साइकिल पसंद की है, बाकी पैसे पापा भर देंगे।

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छात्र अनुज ने बताया कि साइकिल आने के बाद ठंड के दिनों में भी समय पर स्कूल पहुंचा जा सकेगा। पहले पैदल स्कूल जाते थे परंतु अब साइकिल से स्कूल जाया करेंगे।

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