पीटीआइ अध्यापकों ने हटाने के विरोध में काली पट्टी बांधकर जताया रोष

सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर हटाए जाने वाले पीटीआइ अध्यापकों ने

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 07:04 AM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 07:04 AM (IST)
पीटीआइ अध्यापकों ने हटाने के विरोध में काली पट्टी बांधकर जताया रोष
पीटीआइ अध्यापकों ने हटाने के विरोध में काली पट्टी बांधकर जताया रोष

जागरण संवाददाता, सिरसा : सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर हटाए जाने वाले पीटीआइ अध्यापकों ने लघु सचिवालय के सामने काला दिवस मनाया। सचिवालय के सामने अध्यापकों ने काली पट्टी बांधकर धूप में बैठकर रोष व्यक्त किया। मौलिक शिक्षा निदेशक द्वारा पीटीआइ को 3 दिन में रिलीव करने की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को दिए गए आदेशों के खिलाफ हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर 10:30 बजे धरना शुरू किया। अध्यापकों ने आदेशों का विरोध किया। जिले के 87 पीटीआइ

संघ के राज्य उपप्रधान चिरंजी लाल, जिला प्रधान सुनील यादव, जिला सचिव बूटा सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा अपनी वैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए 10 वर्षों से कार्यरत शारीरिक शिक्षकों की सेवा को बचाए जाने का प्रयास किया जाना चाहिए। प्रदेश के 1983 व जिले के 87 अध्यापक बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, शारीरिक शिक्षक संघ एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा आंदोलन, बातचीत, अपील, दलील द्वारा अनेक बार हरियाणा सरकार को कह चुका था कि इनकी 10 वर्षों की सेवाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार अपनी विधायी शक्तियों का प्रयोग करें एवं सर्वोच्च न्यायालय के बड़े बैंच में 8 अप्रैल 2020 के निर्णय के विरुद्ध अपील करे। परंतु इस सरकार ने कर्मचारी अध्यापक विरोधी रवैया अपनाया। किसी भी अपील व दलील को नहीं सुना है जबकि निर्णय में यह भी कहा था कि इस निर्णय को लॉकडाउन समाप्त होने के पश्चात 5 महीनों में लागू करे। सरकार ने लॉकडाउन भी समाप्त नहीं होने दिया। उन्होंने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार अध्यापकों की मेरिट प्रक्रिया पर कहीं सवाल नहीं उठाया गया, सिर्फ भर्ती की प्रक्रिया को दोषी मानते हुए उच्चतम न्यायालय ने अपना फैसला दिया हुआ है। इस फैसले की अनुपालना में भर्ती प्रक्रिया को बीच में बदलने वाले अधिकारियों व नेताओं को जिनको भर्ती प्रक्रिया बदलने के कारण लाभ मिला। इस अवसर पर पीटीआइ अध्यापिका सरोज, नीलम, भूप सिंह सिहाग, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदन लाल खोथ, शारीरिक शिक्षक संघ के भूप सिंह, बलबीर सिंह, गुरमीत सिंह, नानक चंद, धर्मवीर, शमशेर सिंह, देवेंद्र सिंह, राजेंद्र मोहन गुप्ता, सतपाल सिंह हरबंस सिंह, वीरेंद्र व पुरषोतम लाल मौजूद रहे।

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