सड़कों पर उतरे स्वतंत्रता सेनानी परिवार, मांगों को लेकर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, भिवानी : नेताजी सुभाष जनकल्याण संगठन के बैनर तले स्वतंत्रता सेनानियों के परि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 01:05 AM (IST) Updated:Fri, 07 Sep 2018 01:05 AM (IST)
सड़कों पर उतरे स्वतंत्रता सेनानी परिवार, मांगों को लेकर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
सड़कों पर उतरे स्वतंत्रता सेनानी परिवार, मांगों को लेकर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, भिवानी : नेताजी सुभाष जनकल्याण संगठन के बैनर तले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया। वे हरियाणा स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समिति का गठन करने जैसे अन्य लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेजा। बृहस्पतिवार को स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार मांगों को लेकर राजपूत धर्मशाला में एकत्रित हुए। इसके बाद मुख्य बाजारों से होते हुए प्रदर्शन कारी उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष सुमेर ¨सह सांगवान कर रहे थे। इससे पहले सभा का आयोजन संगठन के जिला अध्यक्ष दिलबाग ¨सह खैरपुरा की अध्यक्षता में राजपूत धर्मशाला में हुआ। इस मौके पर सरकार पर स्वतंत्रता सेनानियों की अनदेखी का आरोप लगाया गया।

वक्ताओं ने कहा कि हरियाणा बनने के बाद पहली बार भाजपा सरकार ने हरियाणा स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समिति का गठन नहीं किया जबकि पहले की सरकारों ने समिति का लगातार गठन होता रहा है। प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र अटेला और प्रदेश महासचिव उमेद ¨सह यादव ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के कल्याण को सरकार हरियाणा सम्मान समिति का गठन करने, स्वतंत्रता सेनानियों की अविवाहित बेरोजगार पुत्री को पेंशन दी जाती है लेकिन स्वतंत्रता सेनानियों के बेटों के लिए इसमें अलग से 75 फीसद विकलांगता की शर्त को लगा दिया गया जो गलत है। इसे पूरी तरह हटाकर इसे समाप्त किया जाए, स्वतंत्रता सेनानियों की पोतियों के लिए विवाह कन्यादान शगुन राशि 51 हजार रुपये दी जाती है। उसी प्रकार दोहतियों को भी उनके विवाह के अवसर पर शगुन राशि 51 हजार रुपये प्रदान की जाए।

स्वतंत्रता सेनानियों की भांति सुविधा सम्मत कम से कम 5 हजार रुपये बतौर समान पेंशन उनके उत्तराधिकारियों की प्रथम पीढ़ी को दी जाए। स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के आश्रितों बेटा-बेटी, पौते-पौतियों दोहते, दोहतियों को खुले तौर पर 2 फीसद आरक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक यह व्यवस्था नहीं होती है तब तक इनके आश्रितों की स्पेशल भर्ती की जाए। इस दौरान सभी ने चेतावनी दी कि अगर 9 अक्तूबर तक उक्त मांगों को नहीं माना गया तो अगले ही दिन यानी 10 अक्तूबर से दिल्ली के जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ कर दिया जाएगा। प्रदर्शनकारियों में ये रहे शामिल

प्रदर्शनकारियों में जिला उपाध्यक्ष रण ¨सह गिगनाऊ, बलराज सिवाड़ा, जिला महासचिव समुंद्र ¨सह, बलबीर कुंगड, हवा ¨सह, रामनिवास, बलदेव, वजीर ¨सह, महाबीर, कमलेश, भतेरी, आजाद ¨सह, इंद्र ¨सह, अमर ¨सह, रत्तन ¨सह, धर्मपाल, सतबीर बडेसरा, सुमित कुमार, तेजपाल, संदीप, राज, दलबीर आलमपुर, जसवंत भिवानी, हरी ¨सह, वेदपाल, राजबीर ¨सह आदि मौजूद थे।

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