डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए नागरिक विशेष सावधानियां बरतें

उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने जिले वासियों से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए विशेष सावधानियों को अपनाएं। मच्छरों से बचने के लिए घर के आसपास की नालियों गमलों खाली पड़े बर्तनों कूलर की जालियों फ्रिज और एसी की सफाई की जाए क्योंकि साफ पानी में ही डेंगू और मलेरिया का मच्छर पनपता है। गंदे पानी में दवा व काले तेल का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे मच्छर का लारवा पैदा होने से पहले ही नष्ट हो जाए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Jul 2022 12:47 AM (IST) Updated:Sat, 02 Jul 2022 12:47 AM (IST)
डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए नागरिक विशेष सावधानियां बरतें
डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए नागरिक विशेष सावधानियां बरतें

जागरण संवाददाता, सिरसा : उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने जिले वासियों से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए विशेष सावधानियों को अपनाएं। मच्छरों से बचने के लिए घर के आसपास की नालियों, गमलों, खाली पड़े बर्तनों, कूलर की जालियों, फ्रिज और एसी की सफाई की जाए, क्योंकि साफ पानी में ही डेंगू और मलेरिया का मच्छर पनपता है। गंदे पानी में दवा व काले तेल का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे मच्छर का लारवा पैदा होने से पहले ही नष्ट हो जाए।

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तेजी से पनपते हैं मच्छर

उन्होंने बताया कि मानसून की शुरुआत से हवा में नमी बढ़ जाती है। नालियों, बगीचों व छतों पर पानी का जमाव हो जाता है। इसमें मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छरों के पनपने के लिए माहौल अनुकूल हो जाता है। जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने तक मच्छर का प्रसार तेजी से होता है, जिससे मरीजों की गिनती अस्पतालों में बढ़ती है। ऐसे में यदि लोग कुछ सावधानी रखते हैं तो इससे काफी हद तक बचा जा सकता है। इससे बचाव के लिए पानी के स्त्रोतों को ढककर रखने की जरूरत है।

उन्होंने बताया कि भोजन व अन्य खाने-पीने की चीजों को बारिश में खुला नहीं छोड़ना चाहिए। बारिश के पानी में कई प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस पाए जाते हैं। ये मच्छर साफ पानी में ज्यादा दिखते हैं और अधिकांश लोगों को सुबह के समय काटते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार एडिज मच्छर के काटने के तुरंत बाद आपको इसका पता नहीं चलता है, बल्कि करीब तीन से पांच दिन बीतने के बाद ही लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं।

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खुद अपनी मर्जी से न करें दवा का इस्तेमाल

उन्होंने बताया कि अगर किसी को बुखार, खांसी, बदन टूटना, दर्द, गले में खराश, आवाज में परिवर्तन, सिर दर्द, चमड़ी पर दाने होने की शिकायत हो रही है तो तुरंत नजदीकी डाक्टर से जाकर संपर्क करना चाहिए। खुद अपनी मर्जी से किसी दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, हमेशा डाक्टर की सलाह से ही दवा लेना जरूरी है।

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