शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए नप कर्मचारियों के छूटे पसीने

जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए सोमवार से नगर परिषद ने अभिया

By Edited By: Publish:Mon, 16 Jan 2017 10:25 PM (IST) Updated:Mon, 16 Jan 2017 10:25 PM (IST)
शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए नप कर्मचारियों के छूटे पसीने
शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए नप कर्मचारियों के छूटे पसीने

जागरण संवाददाता, सिरसा :

शहर में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए सोमवार से नगर परिषद ने अभियान शुरू किया। अभियान के पहले दिन आवारा पशुओं को पकड़ने में परिषद कर्मचारियों के पसीने छूट गये। नप के 40 सफाई कर्मचारी साढ़े तीन घंटे में महज 7 गोवंश ही पकड़ पाए। नगर परिषद के कर्मचारी और पशुपालन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बाजारों में निकले। प्रशासन की टीम के बाजार में निकलने से गोपालकों में भगदड़ मच गई और वे अपने -अपने पशुओं को पकड़कर घरों में ले जाने लगे। अनेक पशु पालक तो टीम के कब्जे में आई गऊओं को भी छुड़वाने लगे। अनेक के साथ टीम की कहासुनी भी हुई।

:::::मच गई भगदड़

नगर परिषद के सफाई निरीक्षक देवेंद्र बिश्नोई, इंस्पेक्टर अमित यादव, पवन कंबोज दल-बल के साथ आवारा पशुओं की धरपकड़ के लिए शहर में सुबह 10 बजे निकले। इस टीम में पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सक डॉ. बीएस बांसल, डॉ. जेएस गिल वीएलडीए व अन्य लोग भी शामिल थे। जब टीम नौहरिया बाजार में आवारा पशुओं की धरपकड़ के लिए पहुंची तो वहां भगदड़ मच गई। पशुपालक अपनी-अपनी गायों को पकड़कर घरों में ले जाने लगे। जब टीम मौके पर पहुंची तब वहां लगभग पांच दर्जन गऊएं विचर रहीं थी लेकिन टीम के पहुंचते ही बाजार खाली हो गया और मौके पर दो-तीन ही पशु रह गए। टीम के हाथ आए पशुओं को भी पशु पालक छुड़वाने में लग गई। एक महिला से तो तो टीम की कहासुनी भी हुई। महिला जबरन टीम से अपने पशु को छुड़वाने की कोशिश कर रही थी।

प्रशासन की टीम द्वारा नौहरिया बाजार में कार्रवाई शुरू करने की भनक मिलते ही शहर के अन्य क्षेत्रों में भी पशु पालकों में खलबली मच गई और उन्होंने खुले छोड़े अपने-अपने पशु घरों में बांधने शुरू कर दिए। पहले ही एक्शन से बाजारों से आधे से अधिक पशु गायब हो गए।

::::: 7 गोवंश ही पकड़े प्रथम दिन

शहर में आवारा पशुओं को पकड़कर जिला प्रशासन ने गांव केलनियां स्थित गौशाला में भेजने की योजना बनाई है। योजना के प्रथम दिन 7 आवारा पशुओं को ही मुश्किल से पकड़ा गया है। जबकि शहर में हजारों आवारा पशु घुमते हैं। जिनसे प्रतिदिन कहीं न कहीं पर हादसे होते रहते हैं। गोवंश के कारण ही पिछले वर्ष एक बच्चे की भी मौत हो गई थी।

कमेटी ने दी थी चेतावनी

आवारा पशुओं की समस्या का समाधान करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से आवारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में भेजने की चेतावनी दी थी। प्रशासन की ओर से अलाऊंसमेंट भी किया गया और पशु पालकों को चेतावनी दी कि खुले घूमने वाले पशुओं को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। इसके बावजूद पशु पालक बेखबर रहें। जिसकी बानगी आज दिखाई दी, जब टीम आवारा पशुओं की धरपकड़ के लिए बाजार में निकली।

यहां पर सबसे ज्यादा आवारा पशु

शहर में सबसे ज्यादा आवारा पशु रानियां रोड, बेगूरोड पर राजकीय स्कूल के पास, पुराना पशु अस्पताल रोड, सविल अस्पताल रोड, सब्जी मंडी, हिसार रोड, डबवाली रोड, अनाज मंडी व बाजारों में घुमते रहते हैं।

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शहर में घुम रहे सभी आवारा पशुओं को पकड़ जाएगा। प्रथम दिन 7 आवारा पशुओं को पकड़कर केलनियां गौशाला में भेजा गया है। अब आगे भी अभियान जारी रहेगा।

-देवेंद्र बिश्नोई, मुख्य सफाई निरीक्षक, नगर परिषद सिरसा

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