डायरिया प्रभावित महिला की मौत

जागरण संवाददाता, सिरसा : जिला में डायरिया का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। करीब एक सप्ताह से कहर बरपा

By Edited By: Publish:Sat, 15 Nov 2014 07:03 PM (IST) Updated:Sat, 15 Nov 2014 07:03 PM (IST)
डायरिया प्रभावित महिला की मौत

जागरण संवाददाता, सिरसा : जिला में डायरिया का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। करीब एक सप्ताह से कहर बरपा रहे डायरिया से अब एक महिला की मौत हो जाने का समाचार प्रकाश में आया है। कपास मंडी क्षेत्र में दूषित पेयजल आपूर्ति होने से अब तक 50 से अधिक डायरिया प्रभावित मरीजों की सूचना स्वास्थ्य विभाग के पास है लेकिन उक्त घटना की सूचना विभागीय अधिकारियों के पास नहीं है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कपास मंडी निवासी काता पत्नी स्वर्गीय अशोक कुमार को सोमवार को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। पहले उनका शहर के ही निजी अस्पताल से इलाज शुरू किया गया लेकिन उन्हे इसका कोई खास लाभ नहीं हुआ। इसके बाद काता को हिसार के निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि हिसार में उपचार के दौरान शुक्रवार रात्रि उनकी मौत हो गई। शनिवार प्रात: कपास मंडी स्थित निवास पर उनका शव लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया।

डायरिया से काल का ग्रास बनी काता की पुत्री नेहा ने बताया कि क्षेत्र में करीब 15 दिन से दूषित पेयजल आपूर्ति हो रही है। ऐसे में यहा के काफी लोगो को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। हालाकि मामला संज्ञान में आने के बाद पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई लेकिन जो डायरिया की चपेट में आ गए उनकी हालत में सुधार नहीं हो रहा। उन्होंने बताया कि उनकी मा काता देवी को भी उल्टी-दस्त लगे तो उन्होंने शहर के निजी अस्पताल से इलाज शुरू किया लेकिन लाभ नहीं हुआ।

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स्वास्थ्य विभाग को जानकारी नहीं

डायरिया से क्षेत्र में पहली मौत हो चुकी है लेकिन इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी ही नहीं है। हालाकि डायरिया से क्षेत्र में 50 से अधिक लोग पीड़ित है जिन्हे उपचार के लिए अलग-अलग शहर के निजी अस्पतालों में दाखिल कराया गया है। इतना ही नहीं कुछ का इलाज सामान्य अस्पताल में भी चल रहा है। लेकिन डायरिया से मौत की खबर अभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नहीं है।

क्षेत्रवासी दहशत में, पानी की आपूर्ति बंद

डायरिया के लगातार नए मामले सामने आने और अब डायरिया पीड़ित महिला की मौत हो जाने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोग अब पानी पीने से भी डरने लगे है। हालाकि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद जन स्वास्थ्य विभाग ने आसपास के क्षेत्र में लगे ट्यूबवेलों से आपूर्ति बंद कर दी है लेकिन इसके बाद भी लोग सहमे है और पानी पीने से गुरेज करने लगे है। यहा के लोग अब पानी खरीदकर पीने लगे है।

यदि मरीज किसी सरकारी अस्पताल में गया होता तो जरूर रिकॉर्ड और विभाग को सूचना अवश्य होती।

- डॉ. वीरेश भूषण,डिप्टी सीएमओ एनएचएम।

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