बोहर वालों के लिए तिहरी समस्या, जेएलएन नहर पर निर्मित हो रहा पुल, दो तरफा टूटी पड़ीं सड़कें
नांदल भवन के सामने वाली सड़क के निर्माण की मांग उठी है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जेएलएन नहर पर ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : नांदल भवन के सामने वाली सड़क के निर्माण की मांग उठी है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जेएलएन नहर पर ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है। इस पुल के निर्माण के चलते बोहर गांव और नांदल भवन के सामने वाली सड़क पर वाहनों की भीड़ बढ़ गई है। लेकिन जर्जर सड़कों के कारण हादसों का अंदेशा बढ़ गया है। वहीं, नांदल भवन के सामने वाली सड़क के निर्माण में 99 लाख रुपये के घपले के आरोप लग चुके हैं। अधिकारी जांच का हवाला देकर आरोपों को गलत बता चुके हैं।
नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारी नांदल भवन के सामने वाली सड़क के निर्माण को लेकर कोई योजना तय नहीं कर सके। अब बोहर, सेक्टर-2, सेक्टर-3 के लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। शहर से सोनीपत की तरफ से और सोनीपत से शहर की तरफ आने-जाने वालों के लिए भी जर्जर सड़कें परेशानी का कारण बन गई हैं। इसलिए इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों की नाराजगी सामने आ चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आइएमटी, दिल्ली रोड, सेक्टरों के अलावा एचएसवीपी कार्यालय, सोनीपत रोड आदि के लिए यही प्रमुख रास्ता है।
विधानसभा चुनाव के बाद बदल गए हालात
बीते साल हुए विधानसभा चुनाव के बाद शहर में विकास का पहिया थम गया है। नगर निगम ने बजट की कमी को आधार बनाकर लगभग बड़े कामों पर ब्रेक लगा दिए हैं। निगम प्रशासन आज तक दावा करता है कि हमने 96 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए पत्राचार किए। भुगतान की रकम मिले तो तमाम काम हो सकेंगे। फिलहाल सड़कों की जर्जर हालात तो या फिर अमृत योजना के तहत झज्जर रोड के जलघर की सफाई और हिसार रोड पर पेयजल आपूर्ति की योजना सभी काम अटक गए।
वर्जन
नांदल भवन के सामने वाली सड़क का निर्माण एचएसवीपी को कराना था। सीएम विडो पर भी शिकायतें मिली थीं और दूसरे स्तर से भी जांच हो चुकी हैं। नांदल भवन के सामने वाली सड़क को लेकर कोई गड़बड़ी नहीं हुई।
प्रदीप गोदारा, आयुक्त, नगर निगम
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नांदल भवन के सामने वाली सड़क हमारी है। कुछ टुकड़े पर नगर निगम ने काम कराया था। शेष सड़क पर सीवरेज और पेयजल की लाइन बिछाने का काम हुआ। इस कारण कितना नुकसान हुआ और कितने हिस्से में सड़क निर्मित होगी इसे लेकर सर्वे कराएंगे। जिससे नगर निगम के अधिकारियों को लिखित में नोटिस देकर संबंधित सड़क के मुआवजे या फिर वह खुद निर्माण कराना चाहें तो करा सकेंगे।
डीके आहूजा, एक्सईएन, एचएसवीपी
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नांदल भवन की सड़क का निर्माण तत्काल होना चाहिए। मामले की शिकायत सांसद डा. अरविद शर्मा से करूंगा। अधिकारियों को हर हाल में बताना होगा कि नांदल भवन की सड़क के निर्माण में लापरवाही क्यों। यदि कोई घपला हुआ तो इसका जवाब भी अधिकारियों को देना होगा।
सतीश कौशिक, अधिवक्ता एवं बोहर निवासी
-- यह बोले स्थानीय लोग और राहगीर :
1. यहां से प्रतिदिन आना-जाना होता है। सड़क का निर्माण न होने से हादसे हो रहे हैं। अब कोहरे का सीजन आएगा तब यहां से निकलना भी मुश्किल होगा। हादसों का अंदेशा भी बढ़ जाएगा। नगर निगम और एचएसवीपी प्रशासन बहाने-बाजी छोड़कर जर्जर सड़क का निर्माण तत्काल कराए।
राहुल, छात्र एवं बोहर निवासी
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2. साल 2007-2008 से सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। जर्जर सड़क के निकट ही किसानों के खेत हैं। इस सड़क का निर्माण प्रशासन को कराना चाहिए। नगर निगम के अधिकारियों को मामले का संज्ञान लेना चाहिए।
यदुबीर सिंह, स्थानीय निवासी, बोहर
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3. मैं आइएमटी में नौकरी करता हूं और प्रतिदिन यहां से आना-जाना होता है। इस सड़क पर नियमित निकलने से टायर जल्द घिस जाते हैं। वाहन में मेंटीनेंस भी बढ़ गया है।
नवीन कुमार, बहराना, झज्जर निवासी
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4. सड़क निर्माण को लेकर इसे लापरवाही की हद ही कहेंगे। नगर निगम और एचएसवीपी के अधिकारी टूटी सड़क का निर्माण कराने में कोताही न बरतें। एक तरफ जेएलएन नहर पर पुल बन रहा है और दूसरी तरफ नांदल भवन वाली सड़क टूटी पड़ी है।
विकास नांदल, स्थानीय निवासी, बोहर