प्रेम नगर में हो रही एक साल से दूषित पानी की आपूर्ति

प्रेम नगर दुर्गा कालोनी जेल रोड कालोनियों में दूषित पानी की आपूर्ति से निजात नहीं मिल सकी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 06:25 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 06:25 AM (IST)
प्रेम नगर में हो रही एक साल से दूषित पानी की आपूर्ति
प्रेम नगर में हो रही एक साल से दूषित पानी की आपूर्ति

जागरण संवाददाता, रोहतक:

प्रेम नगर, दुर्गा कालोनी, जेल रोड कालोनियों में दूषित पानी की आपूर्ति से निजात नहीं मिल सकी। दूषित पानी की आपूर्ति को दुरुस्त कराने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग लगातार गड्ढे खोद रहा है। फिर भी दूषित पानी की आपूर्ति की समस्या से निजात नहीं मिली। स्थानीय लोगों ने विभागीय अधिकारियों से मांग की है कि पेयजल आपूर्ति की जिन स्थानों पर लाइन पुरानी है, उसे बदला जाए। तभी समस्या का स्थाई तौर से समाधान निकलेगा।

स्थानीय निवासी वीरेंद्र सिंह राठी, हेमचंद्र धनखड़ ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग ने पिछले एक सप्ताह में चार स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे खोदे। उन गड्ढों को भरवाने का कार्य भी कर दिया। फिर भी दूषित पानी की समस्या से निजात नहीं मिली। इन्होंने दावा किया है कि पहले दूषित पानी आ रहा था। रविवार को तो दूषित पानी से दुर्गंध भी आ रही थी। इन्होंने यह भी दावा किया है कि पूरे मामले में जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार, जनस्वास्थ्य विभाग के जेई व अन्य अधिकारियों से भी शिकायत की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जनस्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से इस प्रकरण में शिकायत करेंगे। 99 लाख की सड़क का निर्माण बगैर सीवरेज लाइन बिछाए ही कराया

नगर निगम ने करीब डेढ़ साल पहले मैस्टिक लेयर की सड़क का निर्माण हुडा सिटी पार्क से प्रेम नगर चौक तक हुआ। इसलिए जेल रोड, दुर्गा कालोनी, प्रेम नगर आदि की सड़क के निर्माण के दौरान मांग के बावजूद सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य नहीं हुआ। दरअसल, सीवरेज लाइन करीब 35 साल पहले बिछाई गई थी। कई स्थानों पर सीवरेज लाइन डैमेज हो चुकी है। पेयजल आपूर्ति की लाइन भी पुरानी है। इसलिए डैमेज लाइन के कारण अक्सर दूषित पानी की आपूर्ति होती है। सीएम विडो, पूर्व मंत्री भी नहीं करा सके समस्या का समाधान

स्थानीय लोगों का दावा है कि पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के अलावा सीएम विडो, मेयर मनमोहन गोयल, निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा से भी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन सभी ने शिकायतों को नजरअंदाज किया। दो साल पहले अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि सीवरेज लाइन बिछाई जाएगी। मगर करीब डेढ़ साल पहले बगैर पूछे ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू करा दिया। जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो पुलिस केस तक की धमकी दीं। बाद में जबरदस्ती सड़क का निर्माण करा दिया।

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