गुरु नानक की किरत करो, नाम जपो, वंड छको की शिक्षाओं पर चलने का लिया संकल्प
गुरु नानक देव का 550 वां प्रकाश उत्सव मंगलवार को रोहतक में धूमधाम से मनाया गया। शहर का सबसे बड़ा कार्यक्रम गुरुद्वारा बंगला साहिब में आयोजित किया गया है। जिसमें रोहतक के लिया दिल्ली व पंजाब से भी बड़ी संख्या में संगत ने पहुंच कर मत्था टेका और मन्नत मांगी। संगत ने यहां पहुंच कर गुरु नानक की किरत करो नाम जपो वंड छको की शिक्षाओं पर चलने का संकल्प भी लिया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार अवतार सिंह कोचर उर्फ डोली सरदार ने बताया कि किरत करो का अर्थ है ईमानदारी से मेहनत करके आजीविका कमाओ नाम जपो का अर्थ है ईश्वर को जानने के लिए उसके नाम का जाप करो और वंड छको का अर्थ है अपनी कमाई से धार्मिक कार्य व जरूरतमंदो की सहायता करो।
जागरण संवाददाता, रोहतक :
गुरु नानक देव का 550 वां प्रकाश उत्सव मंगलवार को रोहतक में धूमधाम से मनाया गया। शहर का सबसे बड़ा कार्यक्रम गुरुद्वारा बंगला साहिब में आयोजित किया गया है। जिसमें रोहतक के लिया दिल्ली व पंजाब से भी बड़ी संख्या में संगत ने पहुंच कर मत्था टेका और मन्नत मांगी। संगत ने यहां पहुंच कर गुरु नानक की किरत करो, नाम जपो, वंड छको की शिक्षाओं पर चलने का संकल्प भी लिया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार अवतार सिंह कोचर उर्फ डोली सरदार ने बताया कि किरत करो का अर्थ है ईमानदारी से मेहनत करके आजीविका कमाओ, नाम जपो का अर्थ है ईश्वर को जानने के लिए उसके नाम का जाप करो और वंड छको का अर्थ है अपनी कमाई से धार्मिक कार्य व जरूरतमंदो की सहायता करो। प्रकाशोत्सव पर गुरुद्वारे में महान कीर्तन समागम का आयोजन भी किया गया। जिसकी शुरुआत सुबह हुई और यह दोपहर बाद तक चला। जिसमें गुरुबाणी के माध्यम से गुरु की शिक्षा दी गई है। गुरुद्वारे में शबद कीर्तन सुन संगत निहाल हुई। प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारे को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया।
दोपहर बाद लगाया गुरु का लंगर
दोपहर बाद गुरु का लंगर भी लगाया गया। जिसमें संगत ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर अमरजीत सिंह नीटू, राकेश सहगल डाला, परविद्र सिंह, गुरुचरण शाह, सरदार अवतार सिंह खुराना व इंद्रजीत सहित अनेक सेवक मौजूद रहे। इसके अलावा रोहतक के डीएलएफ कालोनी स्थित बाबा सोमा शाह गुरुद्वारे सहित और भी गुरद्वारों में प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया। प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारे के बाहर मेला भी लगाया गया। जहां से श्रद्धालुओं ने खरीदारी भी की।