बिना अनुमति आरोपित को थाने लाकर किया जांच में शामिल, कोर्ट ने पुलिस को लताड़ा

कोविड-19 की फर्जी रिपोर्ट के मामले में गिरफ्तार किए गए राजस्थान की चुरू स्थित ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के पूर्व संचालक जोगेंद्र दलाल के लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 08:44 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 08:44 AM (IST)
बिना अनुमति आरोपित को थाने लाकर किया जांच में शामिल, कोर्ट ने पुलिस को लताड़ा
बिना अनुमति आरोपित को थाने लाकर किया जांच में शामिल, कोर्ट ने पुलिस को लताड़ा

जागरण संवाददाता, रोहतक : कोविड-19 की फर्जी रिपोर्ट के मामले में गिरफ्तार किए गए राजस्थान की चुरू स्थित ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के पूर्व संचालक जोगेंद्र दलाल के लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जांच में शामिल करने के लिए आरोपित को कोर्ट में पेश करने के बजाय पुलिस उसे सीधे थाने लेकर पहुंच गई, जहां बिना कोर्ट की अनुमति उससे पूछताछ भी कर दी।

दरअसल, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में जोगेंद्र दलाल समेत कई अन्य पर केस दर्ज है। जुलाई में पुलिस ने आरोपित को दिल्ली हवाई अड्डे से पकड़ा। आरोपित को तिलियार लेक स्थित सेंटर में क्वारंटाइन कर दिया। इसके बाद उसे ब्राह्मणवास सेंटर में शिफ्ट कर दिया। आरोप है कि इस दौरान आरोपित ने कोविड-19 की रिपोर्ट में छेड़छाड़ कर खुद को पॉजिटिव दिखाया। करीब 10 दिन पहले जोगेंद्र दलाल के खिलाफ कोविड-19 की फर्जी रिपोर्ट का मामला अर्बन एस्टेट थाने में दर्ज करा दिया गया। आरोपित फिलहाल न्यायिक हिरासत में सुनारिया जेल में बंद है। आरोपित पक्ष के अधिवक्ता पीयूष गक्खड़ ने बताया कि अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने प्रोडक्शन के लिए कोर्ट में मंजूरी ली थी, जिसके लिए मंगलवार की तारीख दी गई थी।

यह है नियम

नियमानुसार पुलिस आरोपित को कोर्ट में लेकर पहुंचती और फिर कोर्ट से जांच में शामिल करने के लिए अनुमति लेती। लेकिन पुलिस आरोपित को कोर्ट में लेकर जाने के बजाय सीधा थाने लेकर पहुंच गई और आरोपित से पूछताछ भी कर दी। दोपहर बाद आरोपित को जेएमआइसी विवेक की कोर्ट में लेकर पहुंची। पुलिस की तरफ से तीन दिन के रिमांड की अर्जी दी गई। पुलिस की इस लापरवाही पर कोर्ट ने जांच अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद रिमांड देने से भी मना कर दिया।

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