नियम-134ए : ऑफलाइन फार्म जमा करने में कर्मचारियों की आनाकानी, अभिभावकों में रोष

जागरण संवाददाता रोहतक नियम-134ए ऑफलाइन फार्म जमा करने में कर्मचारियों की आनाकानी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Apr 2019 08:14 PM (IST) Updated:Tue, 02 Apr 2019 08:14 PM (IST)
नियम-134ए : ऑफलाइन फार्म जमा करने में कर्मचारियों की आनाकानी, अभिभावकों में रोष
नियम-134ए : ऑफलाइन फार्म जमा करने में कर्मचारियों की आनाकानी, अभिभावकों में रोष

जागरण संवाददाता, रोहतक : नियम-134ए : ऑफलाइन फार्म जमा करने में कर्मचारियों की आनाकानी हो रही है, जिसके चलते अभिभावकों में रोष बना हुआ है। अभिभावकों का कहना है कि अधिकारी नियम-134ए को लेकर दिए निर्देशों का सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। ऑफलाइन फार्म जमा कराने जाने वाले अभिभावकों से फार्म लिए तो जा रहे हैं लेकिन उनको न तो कोई रसीद दी जा रही है और न ही कोई रोल नंबर दिया जा रहा है। जिससे परीक्षा को लेकर अनेक अभिभावकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का दावा है कि ऑफलाइन फार्म जमा किए जा रहे हैं। वहीं, इस मुद्दे को लेकर अभिभावक मंगलवार को एसडीएम राकेश कुमार से भी मिले हैं। कुछ अभिभावकों ने कहा कि वे पिछले कई दिन से आवेदन फार्म जमा कराने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जिस पर एसडीएम ने कहा कि अगर फार्म जमा नहीं हो तो अभिभावक उनके पास शिकायत कर सकते हैं। अभिभावकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उधर, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी डा. विजयलक्ष्मी पहले ही अभिभावकों को आफलाइन फार्म जमा कराने की बात कह चुकी हैं। नहीं मिला संतोषजनक जवाब : एडवोकेट सत्यवीर

दो जमा पांच मुद्दे जन आंदोलन के संयोजक एडवोकेट सत्यवीर सिंह हुड्डा ने कहा कि नियम-134ए के तहत आवेदन फार्म जमा कराने के लिए अभिभावक लगातार छह दिन से शिक्षा विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उनके फार्म जमा नहीं हो रहे हैं। विभाग के आला अधिकारियों ने साफ निर्देश दिए हैं कि कोई भी अभिभावक ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन फार्म जमा करा सकता है। लेकिन इसके बावजूद विभाग के कर्मचारियों पर निर्देशों का असर नहीं हो रहा है। अभिभावकों के आवेदन फार्म लिए तो जा रहे हैं लेकिन उनको कोई रसीद तक नहीं दी जा रही है। इतना ही नहीं अभिभावक जब रोल नंबर की मांग करते हैं तो उनको संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में उनमें रोष है। ऑनलाइन फार्म जमा कराने के लिए अभिभावकों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है।

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