मानदेय में बढ़ोतरी नहीं किए जाने के विरोध में मिड-डे-मील कर्मियों ने किया प्रदर्शन
रोहतक : केंद्रीय बजट 2019 में मिड-डे-मील कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतर
जागरण संवाददाता, रोहतक :
केंद्रीय बजट 2019 में मिड-डे-मील कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी नहीं किए जाने के विरोध में शुक्रवार को सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। अगर सरकार ने मानदेय नहीं बढ़ाया तो रणनीति बनाकर सिलसिलेवार आंदोलन करने की चेतावनी दी।
मिड-डे-मील वर्कर्स यूनियन की राज्य उपप्रधान रीना ने कहा कि 2009 से केंद्र सरकार केवल 1000 रुपये मानदेय दे रही है। वह भी साल में 10 महीने। वर्कर्स को उम्मीद थी कि भाजपा सरकार अपने अंतिम बजट में वर्कर्स के मानदेय में बढ़ोतरी करेगी लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। सीटू जिला सचिव प्रकाशचन्द्र ने कहा कि मिड डे मील वर्कर्स पिछले लंबे समय से न्यूनतम वेतन, मानदेय में बढ़ेतरी, सामाजिक सुरक्षा की गारंटी व मिड डे मील योजना को मजबूत बनाने की मांग को लेकर लगातार आंनदोलनरत हैं। परन्तु भाजपा सरकार मिड डे मील वर्कर्स को लगातार नजरअंदाज करती रही है। राष्ट्रीय फेडरेशनों ने 19 नवंबर 2018 को दिल्ली में संसद के सामने प्रदर्शन किया था। उस समय वित मंत्री अरूण जेटली ने कहा था कि हमसे मिड डे मील वर्कर्स छूट गए हैं व इनके मानदेय में बढ़ोतरी करने का एजेंडा हमारी सरकार प्राथमिकता पर रखेगी। परन्तु अभी भी बजट में उन्हें छोड़ दिया गया। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता बबीता ने की। जिला सह सचिव कामरेड विनोद, भतेरी कलानौर, बिमला, सुनीता, अंजू, सरला भालौठ, राजबाला किलोई, अनीता व पूजा बखेता ने भी संबोधित किया।