दिवाली पर प्रदूषण के खिलाफ अलख जगा रहे रोहतक के युवा

जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर में कुछ युवा ऐसे भी हैं जो दिवाली पर होने वाले पटाखों के

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Oct 2018 05:27 PM (IST) Updated:Sun, 28 Oct 2018 05:27 PM (IST)
दिवाली पर प्रदूषण के खिलाफ अलख जगा रहे रोहतक के युवा
दिवाली पर प्रदूषण के खिलाफ अलख जगा रहे रोहतक के युवा

जागरण संवाददाता, रोहतक :

शहर में कुछ युवा ऐसे भी हैं जो दिवाली पर होने वाले पटाखों के प्रदूषण के खिलाफ अभी से अलख जगा रहे हैं। इसके लिए ये युवा न केवल प्रचार कर रहे हैं बल्कि घर-घर जाकर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। युवाओं का उद्देश्य प्रदूषण मुक्त दिवाली बनाने का है। श्रीपंच परमेष्ठी युवा मंडल के सदस्य यह अभियान चला रहा है। मंडल के अध्यक्ष विवेक जैन और उनकी टीम में शामिल चिराग, साहिल, अंकित, प्रांशू, पारस, रोहित, मनीष, अरिहंत, अमन, दीपक, आयुष, मोहित, केशव, ऋषभ व सक्षम आदि युवा मिलकर लोगों को दिवाली पर पटाखे न जलाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। इसके लिए मंडल की ओर से लगभग ढाई लाख पंप्लेट्स भी बांटे जा रहे हैं। वहीं डोर टू डोर जाकर और सोशल मीडिया के माध्यम से भी जागरूकता फैलाने का कार्य ये युवा कर रहे हैं। वहीं, दिवाली के अवसर पर युवा व्रत भी रखेंगे। मंडल की ओर से यह अभियान पिछले करीब तीन सालों से चलाया जा रहा है।

पटाखों से निकला धुआं है खतरनाक

पटाखों से निकला धुआं बहुत खतरनाक होता है। इनके धुएं से पर्यावरण में अधिक कार्बन डाईऑक्साइड व अन्य गैस होने से दमा रोगियों की परेशानी बढ़ जाती है। इसके रोगियों को सांस लेने में दिक्कतें होती है। वहीं, आंखों के रोगियों को भी दिक्कतें होती है। अनेक लोगों की श्रवण शक्ति भी कमजोर हो जाती है। इतना ही नहीं पटाखों से हादसे भी होते हैं।

धन का सदुपयोग कर मनाएं दिवाली

मंडल के सदस्यों का मानना है कि दिवाली पर अनेक युवा लाखों रुपये धुएं में उड़ा देते हैं। जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है। जबकि इन रुपयों को बचाकर किसी गरीब व जरूरतमंद की मदद की जा सकती है। अनपढ़ बच्चों को शिक्षा दिलाकर अज्ञान के अंधकार को दूर करने में सहयोग किया जा सकता है। मंडल के अध्यक्ष विवेक जैन का कहना है कि दिवाली पर प्रदूषण की रोकथाम कर प्रकृति को सुंदर बनाए रखने में हम सब अपना योगदान दे सकते है।

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