अभी दूर नहीं हुई अंडरपास की खामियां, जलभराव से नहीं मिली राहत
रोहतक-दिल्ली रेल मार्ग पर स्थित अंडरपास की खामियां दूर नहीं हो सकीं।
जागरण संवाददाता, रोहतक
रोहतक-दिल्ली रेल मार्ग के अंडरपास की खामियां दूर नहीं हो सकीं। स्थिति यह है कि अब भी बारिश होते ही जलभराव होता है। बीते साल प्रशासन ने अंडरपास में जलभराव की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए डिजाइन को री-स्ट्रक्चर कराने का फैसला लिया था। स्थानीय लोगों के लिए अब भी राहत नहीं मिली है। जलभराव के बीच से वाहन चालकों को गुजरना पड़ता है।
चावला कालोनी से शुरू होने वाले अंडरपास का रास्ता श्रीनगर कालोनी तक जाता है। यहां से शिवाजी कालोनी, पुराना हाउसिग बोर्ड, चावला कालोनी, गीता कालोनी, चिन्योट कालोनी, कमला नगर, कन्हेंली के लिए यही मुख्य रास्ता है। पहले सामान्य दिनों में भी जलभराव हो जाता था। पिछले कुछ माह से लोग राहत बताते हुए कहते हैं कि बारिश होने पर ज्यादा जलभराव होता है। बताया है कि अंडरपास से जलभराव के बाद पानी निकासी के लिए लगी मोटर को दुरुस्त कराया गया है, लेकिन बारिश के बाद अभी भी जलभराव से राहत नहीं। वर्जन
पहले संबंधित अंडरपास मेरे वार्ड में आता था। मैंने अंडरपास में जलभराव की समस्या को उठाया था। बीते साल हमने पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर से भी शिकायत की थी। उस दौरान यही तय हुआ था कि अंडरपास की खामियों को दूर किया जाएगा। अभी भी समस्या से राहत नहीं मिली है।
सूरजमल किलोई, पार्षद पूनम किलोई प्रतिनिधि, वार्ड-20 अब यहां जलभराव की समस्या नहीं होनी चाहिए। पहले यहां मोटर खराब थी। मेरे संज्ञान में आया है कि मोटर सही करा दी गई है। इसलिए अब यहां जलभराव नहीं होता है।
दीपक नागपाल, पार्षद मुक्ता नागपाल के प्रतिनिधि, वार्ड-19 ओल्ड हाउसिग बोर्ड के आवागमन के लिए अंडरपास से ही मुख्य रास्ता है। बरसात के बाद अभी भी यहां जलभराव होता है। अभी भी पूरी तरह से राहत नहीं।
मनोहरलाल बधवा, प्रधान, ओल्ड हाउसिग बोर्ड अंडरपास में अभी भी जलभराव से आवागमन को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन को अंडरपास की खामियों को लेकर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए।
एडवोकेट अशोक जांगड़ा, स्थानीय निवासी आंबेडकर कालोनी