बिजली निगम ने शहरी क्षेत्र में 15 दिन में पकड़े बिजली चोरी के 79 मामले

जागरण संवाददाता, रोहतक : बिजली निगम ने शहरी क्षेत्र में 15 जुलाई तक बिजली चोरी के 79 मामल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Jul 2018 06:40 PM (IST) Updated:Tue, 17 Jul 2018 06:40 PM (IST)
बिजली निगम ने शहरी क्षेत्र में 15 दिन में पकड़े बिजली चोरी के 79 मामले
बिजली निगम ने शहरी क्षेत्र में 15 दिन में पकड़े बिजली चोरी के 79 मामले

जागरण संवाददाता, रोहतक :

बिजली निगम ने शहरी क्षेत्र में 15 जुलाई तक बिजली चोरी के 79 मामले पकड़े है। मीटर में गड़बड़ी और मेन लाइन से ये उपभोक्ता बिजली चोरी कर रहे थे। इन उपभोक्ताओं पर निगम ने लाखों रुपये का जुर्माना लगाया है। बिजली निगम ने शहरी क्षेत्र के तीनों सब-डिवीजन से बिजली चोरी के मामले पकड़े हैं।

लाइनलॉस से बढ़े ओवरलोड पर लगाम लगाने के लिए बिजली निगम ने बिजली चोरी पकड़े के लिए अभियान तेज कर दिया है। बढ़े लाइनलॉस से ओवरलोड के कारण रोजाना लोगों को घंटो बिजली आपूर्ति बाधित होने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ते लाइनलॉस पर लगाम लगाने के लिए निगम लगातार बिजली चोरी पकड़ने का अभियान चला रहा है। जिसके तहत निगम ने शहरी क्षेत्र के तीनों सब-डिवीजन में इस माह में 15 तारीख तक बिजली चोरी के कुल 79 मामले पकड़े है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए ज्यादा मामलों में उपभोक्ता मीटर में गड़बड़ी कर बिजली की चोरी करते थे। जिन पर निगम ने लाखों रुपये का जुर्माना लगाया है।

किस सब-डिवीजन से कितने पकड़े गए चोरी के मामले

सब-डिवीजन नंबर एक से चोरी के कुल 15 मामले पकड़े गए। जिन पर निगम ने कुल आठ लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया। जिनमें से निगम को सात उपभोक्ताओं के द्वारा 6 लाख रुपये से अधिक की रिकवरी हुई है। इसके अलावा सब-डिवीजन नंबर दो से निगम ने चोरी के 17 मामले पकड़े है। इन पर निगम ने पांच लाख से अधिक का जुर्माना लगाया है। वहीं सब-डिवीजन नंबर तीन में निगम ने बिजली चोरी के 47 मामले पकड़े है। जिन पर निगम ने 17 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इनमें से निगम को सात उपभोक्ताओं के द्वारा एक लाख से अधिक की रिकवरी हुई है।

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लाइनलॉस को कम करने के लिए बिजली चोरी पकड़े का अभियान चलाया जा रहा है। शहरी क्षेत्र की तीनों सब-डिवीजन में बिजली चोरी के 15 दिन में कुल 79 मामले पकड़े गए है। जिन पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाया है। इनमें से निगम को लाखों रुपये की रिकवरी भी हुई है।

जेएस नारा, अभियंता शहरी क्षेत्र, बिजली निगम रोहतक।

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