युवाओं के लिए शिक्षा और खेल के साथ अनुशासन भी जरूरी : प्रो. नीना

युवाओं के लिए शिक्षा और खेल के साथ अनुशासन भी जरूरी है। बिना

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Feb 2020 05:51 PM (IST) Updated:Sat, 15 Feb 2020 05:51 PM (IST)
युवाओं के लिए शिक्षा और खेल के साथ अनुशासन भी जरूरी : प्रो. नीना
युवाओं के लिए शिक्षा और खेल के साथ अनुशासन भी जरूरी : प्रो. नीना

जागरण संवाददाता, रोहतक : युवाओं के लिए शिक्षा और खेल के साथ अनुशासन भी जरूरी है। बिना अनुशासन के न तो शिक्षा प्राप्त की जा सकती है और न ही खेलों के क्षेत्र में नाम कमाया जा सकता है।

यह बात एमडीयू की डीन एकेडमिक अफेयर्स व फैकल्टी आफ एजुकेशन प्रो. नीना सिंह ने कही। वे शनिवार को एमडीयू के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग की ओर से आयोजित फुटबॉल इंट्रा मोरल प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर उन्होंने फुटबॉल को किक लगाकर प्रतियोगिता की शुरुआत भी कराई और टीमों से परिचय भी किया। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित भी किया। मुख्यातिथि को स्मृति चिह्न भेंट किया गया। इससे पहले एमडीयू के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेंद्र प्रसाद गर्ग ने प्रो. नीना का स्वागत किया। इस दौरान प्रो. गर्ग ने कहा कि जीवन के लिए खेलों का विशेष महत्व है। खेलों से तन और मन दोनों स्वस्थ बने रहते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए उन्होंने खेलों में सभी से भाग लेने का आह्वान भी किया। इस बीच हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो. रविद्रपाल ने भी पहुंच कर विद्यार्थियों का आशीर्वाद दिया।

इस अवसर पर प्रो. कुलताज, डा. तेजपाल सिंह, विपिन सहरावत, संदीप सांगवान, पूनम सहित विभाग के तमाम विद्यार्थी भी मौजूद रहे। फुटबाल में दिखाई प्रतिभा

विभाग की फुटबॉल इंट्रा मोरल प्रतियोगिता में एमए फाइनल व एमए प्रीवियस, पीजी डिप्मोला इन योगा, एमपीएड व बीपीएड की टीमों ने प्रतिभा दिखाई। यह प्रतियोगिता दोपहर बाद तक चली। वहीं, विभाग के पूर्व छात्र एवं खेल विभाग के उप निदेशक सत्यदेव मलिक ने विद्यार्थियों के सुनहरे भविष्य की कामना की। उन्होंने खेल विभाग की योजनाओं की जानकारी भी दी।

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