हुडा सेक्टर के लोगों की कमर में झटके दे रही टूटी सड़कें
जागरण संवाददाता रोहतक हुडा सेक्टरों की सड़कें खस्ताहाल हो गई है। सेक्टरवासियों और
जागरण संवाददाता, रोहतक :
हुडा सेक्टरों की सड़कें खस्ताहाल हो गई है। सेक्टरवासियों और राहगीरों की रीढ़ की हड्डी को सड़कें झटके देने लगी है, जिससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बुरी हालत सेक्टर-1, 2, 3, 4 और सनसिटी के सेक्टर-35, 36 की है। यहां की सभी मुख्य सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं। मरम्मत के नाम पर गड्ढों पर पेंच वर्क किया जाता है, जो कुछ दिन बाद उखड़ जाता है।
सड़कों के गड्ढों के कारण दुर्घटना भी हो जाती हैं। सेक्टरवासियों का कहना है कि शहर के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा उनसे टैक्स अधिक वसूला जाता है। लेकिन सुविधाओं के मामले में सेक्टरों में कुछ भी नया नहीं है। सेक्टरवासी मदनलाल ने बताया कि उनके घर के सामने सेक्टर-1 और सेक्टर-2 के बीच में बनी सड़क पर पिछले कई महीनों से गड्ढे नहीं भरे गए हैं। उन्होंने कहा कि यह सड़क बार-बार टूट जाती है। लेकिन अधिकारी पुख्ता इंतजाम नहीं कर रहे हैं। गिट्टियां निकलकर पूरी सड़क पर फैल गई हैं। दुपहिया वाहन तो कई बार दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। यहां टूटी पड़ी हैं सड़कें
सेक्टर-1 में ज्यादातर जगह सड़कें टूटी हुई हैं। सेक्टर-1 व सेक्टर-2 के बीच की सड़क पर कई जगह गड्ढे बने हुए हैं। वहीं जलघर मोड़ पर सड़क टूटी हुई है। सेक्टर-2 में सोनीपत रोड की ओर से बाएं हाथ को प्रवेश करने पर सड़क टूटी हुई है। इसके अलावा ज्यादातर गलियों में सड़कों का यही हाल है। सेक्टर तीन में सोनीपत रोड से कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय तक सड़क पर कई जगह गड्ढे हैं। वहीं सेक्टर चार में मुख्य मार्ग पर पहली गली में ही सड़क टूटी हुई है। सनसिटी के सेक्टर-35 व सेक्टर-36 में मुख्य मार्ग के अलावा ज्यादातर गलियों की सड़कें टूटी पड़ी हैं। टूटी सड़कें सेक्टरों पर धब्बे की तरह हैं। जिसका समाधान नहीं किया जा रहा है। इक्का-दुक्का जगहों को छोड़कर ज्यादातर गलियों कर सड़कें टूटी पड़ी है।
- कौशल नैन, सेक्टर-1 मेरे घर के सामने पिछले कई महीनों से सड़क टूटी है। कई बार लोग शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन मरम्मत नहीं कराई जा रही है। यह दो सेक्टरों के बीच में सबसे महत्वपूर्ण सड़क है, यहां दुर्घटना होने की गुंजाइश भी अधिक रहती है।
- मदनलाल, सेक्टर-1 सड़कों की समस्या से यहां के लोग बहुत परेशान हैं। छोटे-छोटे गड्ढे लगभग सभी सड़कों पर हुए पड़े हैं। प्रशासन टूटी सड़कों को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
- अजय, सेक्टर-2 मेरी दुकान के सामने की सड़क पर दो स्कूल हैं। इसके अलावा दो सरकारी कार्यालय भी हैं। पूरी सड़क खस्ताहाल है। जगह-जगह से उखड़कर बजरी बाहर आ गई हैं।
- सतबीर, सेक्टर-3