झुग्गियां जलने के बाद से कई परिवार गायब, पुलिस को भी नहीं भनक

ओेमेक्स सिटी के पास रहने वाले असम के 20 से अधिक परिवार एकाएक गायब हो गए। इन परिवारों की 29 मार्च की रात को झुग्गियां जल गई थीं। एक-दो दिन बाद तक तो ये लोग दिखाई दिए उसके बाद उनका कोई अता-पता नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 09:31 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 09:31 AM (IST)
झुग्गियां जलने के बाद से कई परिवार गायब, पुलिस को भी नहीं भनक
झुग्गियां जलने के बाद से कई परिवार गायब, पुलिस को भी नहीं भनक

विनीत तोमर, रोहतक

ओेमेक्स सिटी के पास रहने वाले असम के 20 से अधिक परिवार एकाएक गायब हो गए। इन परिवारों की 29 मार्च की रात को झुग्गियां जल गई थीं। एक-दो दिन बाद तक तो ये लोग दिखाई दिए, उसके बाद उनका कोई अता-पता नहीं है। यहां तक कि संबंधित थाने की पुलिस को भी इनकी कोई जानकारी नहीं है कि अब ये परिवार कहां गए। जिस तरीके से यह सभी परिवार गायब हुए हैं, उससे एक बार फिर ये सुर्खियों में आ गए हैं। इन्हें लेकर अब तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

झुग्गी-झोपड़ी डालकर रहने वाले ये लोग खुद को असम का बताते थे और कूड़ा बीनने का काम करते थे। आग लगने की घटना के बाद इन परिवारों ने यह भी दावा किया था कि उनके सभी दस्तावेज आइडी प्रूफ आदि भी जलकर राख हो गए। हालांकि इस घटना में किसी जान की हानि नहीं हुई थी। हैरानी की बात यह भी है कि जिस तरीके से इन झुग्गियों में आग लगी और सभी झुग्गियां खाक हो गई और फिर भी किसी ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज नहीं कराई। झुग्गियां जलने के बाद इन परिवारों ने कहा था कि वह शहर में ही अपने परिचितों के पास ठहर जाएंगे। अब इन परिवारों का कोई अता-पता नहीं है कि यह कहां पर गए। रोहिग्या और बंग्लादेशी के शक में की गई थी जांच शुरू

काफी समय से रोहिग्या को लेकर जांच चल रही है। कुछ साल पहले प्रदेश सरकार ने असम सरकार को भी पत्र लिखा था, जिसमें ऐसे लोगों के बारे में रिकार्ड मांगा गया था जो खुद को असम का बता रहे थे। लेकिन असम सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। काफी समय बाद जवाब आया कि जो नाम और पते भेजे गए हैं, वे सही नहीं हैं। इन नामों में यहां पर कोई व्यक्ति नहीं है। इसके बाद प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर ही जांच शुरू की थी। वर्जन

झुग्गियों में आग लगने के बाद यह परिवार इधर-उधर चले गए थे। फिलहाल यह कहां पर हैं, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। अपने स्तर पर पता किया जाएगा।

- कुलदीप सिंह, थाना प्रभारी आइएमटी

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