रोहतक में पत्नी और दो बच्चों का गला रेतने के बाद क्लीनिक संचालक ने की आत्महत्या, मौके से मिला सुसाइड नोट

Rohtak News बरसी नगर में क्लीनिक संचालक ने पत्नी और दो बच्चों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। जबकि क्लीनिक संचालक का शव दूसरे कमरे में सोफे पर पड़ा था। मौके पर नशे व दर्द की दवाई चाकू और सुसाइड नोट मिला है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 25 Jan 2023 01:43 PM (IST) Updated:Wed, 25 Jan 2023 01:43 PM (IST)
रोहतक में पत्नी और दो बच्चों का गला रेतने के बाद क्लीनिक संचालक ने की आत्महत्या, मौके से मिला सुसाइड नोट
सोनिया (मां) युविका व अंश (बच्चे) की फाइल फोटो। जागरण फोटो

रोहतक, जागरण संवाददाता। बरसी नगर में क्लीनिक संचालक ने पत्नी और दो बच्चों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। पत्नी और दोनों बच्चों के शव बेड पर थे और उनका गला रेता गया था। जबकि क्लीनिक संचालक का शव दूसरे कमरे में सोफे पर पड़ा था। मौके पर नशे व दर्द की दवाई, चाकू और सुसाइड नोट मिला है।

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि क्लीनिक संचालक ने पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या कर आत्महत्या की है। मूलरूप से जींद जिले के किलाजफरगढ़ गांव का रहने वाला डा. विनोद (35 वर्षीय) रोहतक के लाढ़ौत रोड पर क्लीनिक चलाता था। करीब चार साल पहले बरसी नगर में मकान बनवाया था। पत्नी सोनिया (30 वर्षीय), बेटी युविका (छह वर्षीय) और बेटे अंश (पांच वर्षीय) के साथ रहता था।

सोनू मृतक के घर पहुंचा

मंगलवार को सोनिया की देवरानी ने गांव से फोन किया। लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। उसने पति सोनू को फोन पर बताया कि वह जाकर देखे। सोनू रोहतक में नौकरी करता है। सोनू शाम करीब साढ़े पांच बजे विनोद के मकान पहुंचा। अंदर से कुंडी लगी थी। कुंडी तोड़ा तो बेड पर सोनिया, युविका और अंश के शव पड़े थे। दूसरे कमरे में डा. विनोद का शव सोफे पर पड़ा था।

मकान की गैलरी में रस्सी भी लटकी मिली जिसमें फंदा लगा हुआ था। पुलिस के अनुसार, हत्या के बाद विनोद ने फांसी लगाने की भी कोशिश की। लेकिन अत्याधिक शराब का सेवन या फिर कोई सीरिंज लगाई, जिससे उसकी भी मौत हो गई।

रोहतक हेडक्वार्टर के डीएसपी डा. रविंद्र सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह पता चलेगी। सुसाइड नोट को जांच के लिए लैब में भेजा गया है।

सुसाइड नोट में यह लिखा

तीन पेज का सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा है कि सोनिया बहुत बढ़िया थी, सारी कमी मेरे अंदर थी। मेरी किस्मत थी ये मुझे मिली, पर मैं इसके लायक नहीं था। मैं जिंदगी से परेशान था। इसलिए मरा हूं और फैमिली को मारा है। किसी पर कोई दोष नहीं है। विकास लजवाना के पास हमारी एलआइसी है नौ-नौ लाख रुपये की।

विनोद के शराब पीने की आदत से परेशान था परिवार

जींद के गांव किलाजफरगढ़ में मातम छाया हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार विनोद की बुआ की लड़की की पांच दिन के बाद शादी थी। इसी कारण विनोद की मां तीन दिन पहले ही किलाजफरगढ़ आ गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि विनोद के शराब पीने की आदत से पत्नी व बच्चे परेशान थे। इसके कारण परिवार का एक सदस्य उसके पास रहता था। ग्रामीणों की मानें तो मां के आने के बाद परिवार में झगड़ा हुआ होगा, जिससे इतना बड़ा कदम उठाया गया।

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