यूनियन प्रधान टोकन व्यवस्था के खिलाफ, पुलिस बोली अब तो मान गए

जागरण संवाददाता, रोहतक : पुलिस का दावा है कि अब ऑटो रूट व्यवस्था को लेकर कोई भी ऑटो यूनियन विरोध नही

By Edited By: Publish:Thu, 08 Dec 2016 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 08 Dec 2016 01:00 AM (IST)
यूनियन प्रधान टोकन व्यवस्था के खिलाफ, पुलिस बोली अब तो मान गए

जागरण संवाददाता, रोहतक : पुलिस का दावा है कि अब ऑटो रूट व्यवस्था को लेकर कोई भी ऑटो यूनियन विरोध नहीं कर रही है और बुधवार को हुई मी¨टग में सभी यूनियन मान गई है, जबकि न्यू रोहतक ऑटो यूनियन के प्रधान का कहना है कि वह बैठक में गए जरूर थे, लेकिन उन्होंने इस व्यवस्था खत्म करने की मांग की है। प्रधान का कहना है कि बैठक में उन्हें मनाने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने इस व्यवस्था का लगातार विरोध करने के लिए कहा और बैठक से उठकर चले आए। अब सवाल यह है कि पुलिस झूठ बोल रही या फिर यूनियन के नेता।

दरअसल, डीएसपी ट्रैफिक डॉ. अनिल ने बताया कि बुधवार को ऑटो व्यवस्था को लेकर एक बैठक की गई। जिसमें डीएसपी का दावा है कि जो ऑटो यूनियन इस व्यवस्था के खिलाफ थी वह भी बैठक में शामिल हुई। पुलिस का कहना है कि बैठक में सभी ऑटो यूनियन ने निर्णय लिया कि वह ऑटो रूट के खिलाफ नहीं है। पुलिस ने जो किया है वह सब ठीक है। बैठक में ऑटो कल्याण यूनियन, रेलवे स्टैंड यूनियन, न्यू रोहतक आटो यूनियन ने भाग लिया। इस संबंध में जब न्यू रोहतक ऑटो यूनियन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बैठक में वह शामिल जरूर हुए थे, लेकिन पुलिस के द्वारा की गई रूट व्यवस्था का उन्होंने विरोध किया है। जब डीएसपी डॉ.र¨वद्र नहीं माने तो वह बैठक से वापस आ गए।

वहीं, पुलिस का दावा है कि ऑटो यूनियन की मांग पर एक रूट में बदलाव किया है। जो भिवानी चुंगी से दिल्ली बाइपास तक झज्जर चुंगी, अशोका मोड़, मेडिकल मोड़, सेक्टर एक व दो तक जाने की अनुमति दी गई है। ताकि ऑटो चालक सेक्टर एक व दो तक सवारियां बैठा सके। बैठक में एसआइ गुरदेव ¨सह, तस्वीर टांक, राजेंद्र दहिया, मेहर ¨सह पांचाल, बिट्टू पालीवाल आदि पदाधिकारी मौजूद थे।

बोहर के लिए परेशानी का सबब बना नया रूट

बुधवार को लघु सचिवालय में बोहर गांव के दर्जनों लोग पहुंचे। इन ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने जो ऑटो रूट तय किए हैं। उसके कारण बोहर में ऑटो जाने बंद हो गए हैं। जिस कारण गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। उनके गांव में अब एक भी ऑटो नहीं जा रहा है। इस संबंध में ग्रामीणों ने लघु सचिवालय पहुंचकर एसडीएम और डीएसपी ट्रैफिक को ज्ञापन सौंपा।

वर्जन

बैठक में गए जरूर थे, लेकिन पुलिस की इस व्यवस्था का पुरजोर विरोध किया है। आगे भी करते रहेंगे। पुलिस झूठ बोल रही है कि हम इस व्यवस्था के पक्ष में हैं।

-राजेंद्र दहिया, महासचिव, न्यू रोहतक ऑटो यूनियन

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