पीजीआइएमएस को बनाया जाएगा रोल मॉडल : कालड़ा

जागरण संवाददाता, रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय नए कुलपति डॉ. ओपी काल

By Edited By: Publish:Sat, 30 May 2015 01:10 AM (IST) Updated:Sat, 30 May 2015 01:10 AM (IST)
पीजीआइएमएस को बनाया जाएगा रोल मॉडल : कालड़ा

जागरण संवाददाता, रोहतक : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय नए कुलपति डॉ. ओपी कालड़ा ने कहा कि प्रदेश के एकमात्र स्वास्थ्य संस्थान पीजीआइएमएस को रोल मॉडल बनाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। संस्थान की आपात सेवाओं को दुरुस्त कर बहुत अच्छा बनाया जाएगा। आपातकाल में आने वाले मरीज काफी परेशान हालत में होते हैं ऐसे में हमारा फर्ज बनता है कि हम उनके साथ प्यार से पेश आएं। इसके अलावा विवि में शोध व शिक्षा पर जोर दिया जाएगा और उनकी गुणवत्ता में भी सुधार किया जाएगा। वे बृहस्पतिवार को कुलपति का कार्यभार संभालने के बाद अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

नए कुलपति डॉ. ओपी कालड़ा ने कहा कि प्रदेश में अन्य मेडीकल कॉलेज भी हैं और वे सभी इसी संस्थान का अनुसरण करते हैं। इसीलिए वे चाहते हैं ये संस्थान अन्य स्वास्थ्य संस्थानों के लिए एक रोल मॉडल बनें। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों को बेहतर इलाज देने के साथ-साथ शोध व शिक्षा को भी बढ़ावा देना होता है।

संस्थान में मैनपावर व संसाधनों की कमी

डॉ. कालड़ा ने कहा कि संस्थान में मैनपावर व संसाधनों की काफी कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए काफी प्रयास किया जाएगा। राज्य सरकार से मिलकर इस कमी को दूर किया जाएगा।

शोध के लिए फैकल्टी को करेंगे प्रोत्साहित

डॉ. कालड़ा ने कहा कि शोध को यहां बढ़ावा दिया जाएगा। शोध करने के लिए बहुत सी एजेंसियां पैसा लगाती हैं। इसी के चलते वे अपनी फैकल्टी को शोध करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।

ट्रॉमा सेंटर चालू होने से सुदृढ़ होगी आपातकालीन सेवा

आपातकालीन विभाग किसी भी स्वास्थ्य संस्थान का चेहरा होता है। मेरा प्रयास रहेगा कि आपातकालीन सेवा दुरुस्त हो। जो भी मरीज यहां आता है वो बहुत दुखी होता है। इसीलिए वे आपातकालीन विभाग में हर मरीज को क्वालिटी केयर देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे डॉक्टरों को व्यवहार कुशल बनाएंगे और मरीजों का ध्यान रखेंगे। इसके अलावा यहां ट्रॉमा सेंटर के चालू होने पर आपातकालीन सेवाएं सुदृढ़ होगी।

सीनियर रेजीडेंट की कमी करेंगे दूर

सीनियर रेजीडेंट की कमी को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर डॉ. कालड़ा ने बताया कि सीनियर रेजीडेंट की कमी संस्थान में है। जल्द ही सरकार के नियमों अनुसार नए एसआर भर्ती किए जाएंगे।

सिक्योरिटी सिस्टम सुधारा जाएगा

डॉ. कालड़ा ने बताया कि सिक्योरिटी सिस्टम को भी सुधारा जाएगा। डॉ. कालरा ने सभी से अपील करते हुए कहा कि सभी एक साथ मिलकर काम करें तभी संस्थान तरक्की कर पाएगा।

नहीं होनी चाहिए राजनीतिक दखल अंदाजी

पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर डॉ. कालड़ा ने कहा कि विवि जैसे शिक्षा संस्थान में राजनीतिक दखल अंदाजी नहीं होनी चाहिए।

1984 में बतौर लेक्चरर किया था पीजीआइ में ज्वाइन

डॉ. कालड़ा ने बताया कि वे इससे पहले साढ़े चार साल पीजीआइएमएस में काम कर चुके हैं। तब ये मेडिकल कॉलेज ही था। 1984 में उन्होंने बतौर लेक्चरर ज्वाइन किया था और साढ़े चार साल तक उन्होंने यहां मेडीसन विभाग में अपनी सेवाएं दी थी। तब से लेकर अब तक यहां काफी कुछ बदल चुका है।

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