सुबह धुल के गुबार और दिन में तेज धूप ने बढ़ाई परेशानी

बुधवार को दिनभर मौसम का मिजाज बदला हुआ था। सुबह की शुरुआत आसमान में बादल छाने के साथ धुल भरे गुब्बार के साथ हुई। दिन चढ़ने के साथ तेज धूप और उमस से लोग परेशान रहे। मौसम के बदले मिजाज से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। 24 जून को हुई बारिश के बाद लगातार तेज धूप और उमस से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Jun 2019 05:27 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2019 05:27 PM (IST)
सुबह धुल के गुबार और दिन में तेज धूप ने बढ़ाई परेशानी
सुबह धुल के गुबार और दिन में तेज धूप ने बढ़ाई परेशानी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : बुधवार को दिनभर मौसम का मिजाज बदला हुआ था। सुबह की शुरुआत आसमान में बादल छाने के साथ धूल भरे गुबार के साथ हुई। वहीं दिन चढ़ने के साथ तेज धूप और उमस से लोग परेशान रहे। 24 जून को हुई बारिश के बाद लगातार तेज धूप और उमस से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। अभी भी शहर में जगह जगह बरसाती पानी और कीचड़ जमा होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। बृहस्पतिवार को अचानक धूल भरे गुबार छाने के बाद दिनभर निकली तेज धूप से उमस से लोग परेशान रहे। मौसम में आ रहे बदलाव के चलते मलेरिया, डेंगू, वायरल बुखार और जलजनित बीमारियों की आशंका बढ़ने लगी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी है। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 37.5 व न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को अधिकतम 39 व न्यूनतम 27.5 डिग्री सेल्सियस था। अधिक करें पानी का सेवन:

चिकित्सकों ने लोगों से उमस और गर्मी के बीच शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए नियमित अंतराल पर तरल पदार्थ का सेवन करते रहने की सलाह दी है। उल्टी दस्त की शिकायत पर ओआरएस और ग्लूकोज का सेवन करना चाहिए। गंदगी और जलभराव से बीमारियों की आशंका:

तीन दिन पहले हुई बारिश के बाद जगह जगह जलभराव व कीचड़ के चलते मक्खी मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे मलेरिया, डेंगू व अन्य बीमारियों की आशंका बढ़ने लगी है। लोगों को किया जा रहा है जागरूक:

स्वास्थ्य विभाग की ओर से मलेरिया, डेंगू और अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। नागरिक अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में अलग से वार्ड बनाने के साथ दवा की पर्याप्त स्टॉक मंगाया हुआ है। चिकित्सकों को भी मरीजों को बीमारियों की जांच के साथ सप्ताह में एक दिन कूलर, पानी के गमले, टंकियों आदि की सफाई कर सूखा रखने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। अपने आसपास गंदगी होने नहीं देने के साथ पानी जमा है तो वहां मिट्टी तेल, डीजल आदि छिड़कने की सलाह दी जाती है। सभी निजी अस्पताल संचालकों से मरीजों में भ्रम नहीं फैलाने तथा मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि की रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। समय समय पर विभाग की ओर से मॉनिटरिग भी की जा रही है। नगर परिषद, नगर पालिका, ग्राम पंचायत को समय समय पर फॉगिग कराने के निर्देश दिए हैं।

-डॉ. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन

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