पापा हमें अकेला छोड़कर कहां चले गए..

पापा ने कहा था जल्दी घर लौटकर आऊंगा। जन्माष्टमी है तुम दोनों कन्हैया बनना और मैं तुम्हारी अच्छी-अच्छी फोटो खीचूंगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 10:52 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 10:52 PM (IST)
पापा हमें अकेला छोड़कर कहां चले गए..
पापा हमें अकेला छोड़कर कहां चले गए..

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: पापा ने कहा था जल्दी घर लौटकर आऊंगा। जन्माष्टमी है तुम दोनों कन्हैया बनना और मैं तुम्हारी अच्छी-अच्छी फोटो खीचूंगा। पापा ने हमसे झूठ बोला, अब वो कभी लौटकर नहीं आएंगे। सांड की टक्कर से जान गंवाने वाले संजय के मासूम बेटे नकुल व आयूष जान चुके हैं कि उनके पापा ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। दोनों बच्चों की आंखों के आंसू नहीं सूख रहे हैं। संजय की मौत के बाद घर में सन्नाटा पसरा है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।

हर किसी से था अच्छा व्यवहार: संजय बीते कई सालों से फोटोग्राफी के काम में थे। हर किसी से उनका व्यवहार दोस्ताना था। चार भाइयों में से एक भाई की पहले मौत हो गई थी तथा अब संजय भी दुनिया से चले गए। अब बचे दो बड़े भाइयों के कंधे पर ही चार परिवारों की जिम्मेदारी आ गई है। कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों की संख्या निर्धारित की गई है लेकिन बुधवार देर शाम को संजय की मौत का समाचार जिस किसी को भी मिला वह अर्थी को कंधा देने के लिए चल पड़ा। हर आंख में आंसू थे और हर जुबां से बस एक ही आवाज निकल रही थी, हे भगवान, ये क्या हो गया।

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