विवि व कॉलेज को खोलने को लेकर निदेशालय ने मांगे सुझाव
कोरोना काल में स्कूलों के बाद अब उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने भी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को खोलने को लेकर तैयारियां आरंभ कर दी हैं। निदेशालय की ओर से इसके लिए शिक्षकों से राय मांगी है कि विवि एवं कालेजों को खोलने के लिए किस तरह का पैटर्न प्रयोग किया जाए।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: कोरोना काल में स्कूलों के बाद अब उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने भी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को खोलने को लेकर तैयारियां आरंभ कर दी हैं। निदेशालय की ओर से इसके लिए शिक्षकों से राय मांगी है कि विवि एवं कालेजों को खोलने के लिए किस तरह का पैटर्न प्रयोग किया जाए। फिलहाल कॉलेजों में दाखिला दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है। कॉलेजों को खोलने के लिए 25 सितंबर तक सभी विवि के रजिस्ट्रार, कॉलेजों के प्राचार्यो तथा निजी विश्वविद्यालयों से सुझाव मांगे गए हैं। निदेशालय की ओर से इसके आधार पर ही आगामी शेड्यूल तैयार किया जाएगा। सुझावों के अनुसार 26 सितंबर को ट्रायल भी कराया जा सकता है।
फिलहाल उच्चतर शिक्षा निदेशालय की ओर से एक शेड्यूल बनाकर विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार व कॉलेज प्राचार्यों को भेजा है जिसके अनुसार अगर सप्ताह में दो कक्षाओं को दो ही दिन बुलाया जाए तो इसका क्या असर रहेगा। हालांकि विवि व कालेजों में विद्यार्थियों को केवल परामर्श के लिए ही बुलाया जाएगा। वहीं पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से ही जारी रहेगी।
उच्चतर शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी शेड्यूल:
कक्षा समय दिन
बीए प्रथम वर्ष सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक सोमवार-मंगलवार बीकॉम
बीकॉम व बीएससी प्रथम वर्ष दोपहर 12:30 बजे से 3:30 बजे तक सोमवार-मंगलवार
बीए द्वितीय वर्ष सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक बुधवार-बृहस्पतिवार
बीकॉम द्वितीय व बीएससी द्वितीय वर्ष दोपहर 12.30 बजे से 3.30 बजे तक बुधवार-बृहस्पतिवार
बीए द्वितीय वर्ष व पीजी प्रथम वर्ष सुबह 9 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक शुक्रवार शनिवार
बीकॉम तृतीय, बीएससी तृतीय व पीजी दोपहर 12.30 बजे से 3.30 बजे तक शुक्रवार शनिवार
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अभी उच्चतर शिक्षा निदेशालय की ओर से 25 सितंबर तक सभी विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार व कालेज प्राचार्यों से सुझाव मांगे गए हैं। उसके पश्चात ही उच्चतर शिक्षा निदेशालय की ओर से कोई निर्णय लिया जाएगा। हालांकि अगर विवि व कालेज खुलते हैं तो उसमें विद्यार्थी केवल परामर्श के लिए ही आ सकेंगे। नियमित कक्षाएं नहीं लगेंगी।
- डॉ. अभय सिंह यादव, प्राचार्य किशनलाल पब्लिक कालेज