अंक कम होने पर भी खत्म नहीं हुई प्रवेश की उम्मीद

दैनिक जागरण के हेलो जागरण कार्यक्रम में वीपी सर ने विद्यार्थियों को न सिर्फ करियर काउंसलिग के टिप्स दिए बल्कि विषय चयन को लेकर भी आवश्यक जानकारियां दी। ढाई घंटे तक चले कार्यक्रम में दर्जनों विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने शिक्षाविद वीपी यादव से बातचीत करके अपने सवालों के जवाब पाए। इस कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के लिए जो सबसे आवश्यक जानकारी सामने आई वह यह रही कि अंक कम होने पर आपको निराश होने की आवश्यकता नहीं क्योंकि इससे आपके उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज व विवि में प्रवेश की संभावनाएं खत्म नहीं होती। ऐसे बहुत से कॉलेज व विश्वविद्यालय है जिनमें अंक की बजाय प्रवेश परीक्षा को महत्व दिया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Jun 2019 07:07 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jun 2019 06:35 AM (IST)
अंक कम होने पर भी खत्म नहीं हुई प्रवेश की उम्मीद
अंक कम होने पर भी खत्म नहीं हुई प्रवेश की उम्मीद

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : दैनिक जागरण के हेलो जागरण कार्यक्रम में वीपी सर ने विद्यार्थियों को न सिर्फ करियर काउंसलिग के टिप्स दिए बल्कि विषय चयन को लेकर भी आवश्यक जानकारियां दी। ढाई घंटे तक चले कार्यक्रम में दर्जनों विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने शिक्षाविद वीपी यादव से बातचीत करके अपने सवालों के जवाब पाए। इस कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के लिए जो सबसे आवश्यक जानकारी सामने आई वह यह रही कि अंक कम होने पर आपको निराश होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इससे आपके उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज व विवि में प्रवेश की संभावनाएं खत्म नहीं होती। ऐसे बहुत से कॉलेज व विश्वविद्यालय हैं, जिनमें अंक की बजाय प्रवेश परीक्षा को महत्व दिया जाता है। इसके अतिरिक्त सर्वाधिक पूछा जाने वाला सवाल सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी को लेकर रहा। सुबह 11 बजे से शुरू हुआ सवालों का दौर

सनग्लो इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक वीपी यादव के सीट पर बैठते ही सुबह ठीक 11 बजे से ही टेलीफोन की घंटी घनघनाने लगी। शहर के मोहल्ला मुक्तिवाड़ा निवासी छात्र साहिल ने पूछा कि वह सिविल सर्विसेज की तैयारी किस तरह से करे। सेक्टर एक निवासी छात्र विक्रम ने भी सिविल सर्विसेज की तैयारी के विषय में जानकारी ली। वीपी सर ने उन्हें बताया कि सिविल सर्विसेज में जाना है तो उसकी तैयारी जितनी शीघ्रता से हो सके करनी शुरू कर दें। छठी से बारहवीं कक्षा की एनसीइआरटी की पुस्तकों को आवश्यक तौर पर पढ़ें। इसके अतिरिक्त योजना पत्रिका व कंपीटिशन सक्सेस मैग्जीन का अध्ययन नियमित तौर पर करना शुरू कर दें। अगला सवाल मॉडल टाउन निवासी विजय ने पूछा। विजय का सवाल था कि उनके 12वीं कक्षा में अंक प्रतिशत कम है, क्या उन्हें स्नातक के लिए अच्छे विवि में दाखिला मिल पाएगा। वीपी यादव ने बताया कि ऐसे बहुत से विवि व कॉलेज हैं, जिनमें अंक प्रतिशत मायने नहीं रखता, बल्कि वे खुद के द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों को महत्व देते हैं। बनारस हिदू विवि का देश में बड़ा नाम है, उसमें प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करके आप पसंद के विषय में दाखिला पा सकते हैं। एलएलबी को लेकर भी खासा रुझान

माता चौक निवासी सुरेश कुमार ने पूछा कि उन्होंने 12वीं कक्षा आ‌र्ट्स संकाय से की है। वे एलएलबी करना चाहते हैं। वीपी यादव ने बताया कि एलएलबी के लिए बहुत से कॉलेज हैं। एमडीयू, केयू व आइजीयू सभी विवि में एलएलबी का एंट्रेंस हर वर्ष आयोजित किया जाता है। साथ लगते जिला अलवर में भी बहुत से कॉलेज हैं। इसके अतिरिक्त क्लैट की तैयारी करें। यह परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं तो पांच वर्षीय कोर्स में सरकारी विवि से एलएलबी व एलएलएम दोनों की पढ़ाई हो जाती है। बालधन खुर्द निवासी भाग्य लक्ष्मी ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी किस तरह से की जाए के बारे में सवाल पूछा। वीपी यादव ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हमें अपने ज्ञान के स्तर को विस्तृत करना होगा। समाचार पत्रों को पढ़ने की आदत नियमित करनी होगी। सिविल सर्विसेज की तैयारी किस तरह से करें इसकी पूरी जानकारी गाइडेंस फॉर सिविल सर्विसेज नाम से एक बुकलेट है उसमें विस्तृत रूप से दी हुई है। मैथ्स से घबराए नहीं, सीबीएसई ने की नई व्यवस्था

शहर के मोहल्ला तोपचीवाड़ा निवासी आशीष ने सवाल किया कि उनकी बेटी 9वीं कक्षा की छात्रा है। उसे मैथ्स से बड़ा डर लगता है। दसवीं में कैसे तैयारी कराएं। वीपी यादव ने बताया कि मैथ्स से अब डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। सीबीएसई ने मैथ्स में दो व्यवस्था कर दी है। एक स्टैंडर्ड व एक बेसिक। जिन बच्चों को मैथ्स में दिक्कत है, वे बोर्ड का फार्म भरते समय बेसिक मैथ्स को चुन लें। बेसिक व स्टैंडर्ड मैथ्स की किताबें व सिलेबस अलग-अलग नहीं है। इनमें फर्क इतना है कि बेसिक मैथ्स का प्रश्नपत्र स्टैंडर्ड से खासा सरल आएगा। एक आवश्यक जानकारी यह है कि बेसिक मैथ् लेने के बाद आप ग्यारहवीं में मैथ्स नहीं ले सकेंगे। ग्यारहवीं कक्षा में अगर मैथ्स लेना है तो स्टैंडर्ड मैथ्स ही चुनना होगा। कोसली निवासी गौरव कुमार ने पूछा कि उसके 12वीं मेडिकल संकाय में 79 प्रतिशत अंक है, क्या उसे दिल्ली विवि में दाखिला मिल सकता है। वीपी यादव ने बताया कि उन्हें आवेदन जरूर करना चाहिए। दिल्ली विवि के किसी न किसी कॉलेज में निश्चित तौर पर दाखिला मिलेगा। धारूहेड़ा निवासी गोविद ने पूछा कि उसने पॉलीटेक्निक डिप्लोमा किया है, क्या वह बीए कर सकते हैं। शिक्षाविद् वीपी यादव ने बताया कि इग्नू व दक्षिण की बहुत सी ऐसी यूनिवर्सिटी हैं, जो पॉलीटेक्निक को 12वीं कक्षा के समकक्ष मानती है। आरडी शर्मा ने पूछा कि उन्होंने 1990 में दसवीं की थी, क्या अब 12वीं कर सकते हैं। वीपी यादव ने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिग से बारहवीं कर सकते हैं।

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