Haryana News: रेवाड़ी तक चलने लगी सीकर-लोहारू-सीकर ट्रेन, हजारों यात्रियों को मिलेगा लाभ
Delhi NCR Railway News एक अक्टूबर से अब सीकर-लोहारू-सीकर ट्रेन हरियाणा के रेवाड़ी जिले तक चलनी शुरू हो गई है। इसके चलने से यानी ट्रेन के विस्तार से राजस्थान और हरियाणा के हजारों लोगों को रोजाना लाभ मिलेगा।
रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। भारतीय रेलवे द्वारा एक अक्टूबर (शनिवार) से सीकर-लोहारू-सीकर प्रतिदिन रेलसेवा का रेवाड़ी स्टेशन तक विस्तार किया गया है। इसके साथ ही इस रेलसेवा के संचालन समय में आंशिक परिवर्तन भी किया गया है।
उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण (Captain Shashi Kiran, Chief Public Relations Officer, North Western Railway) के अनुसार, गाड़ी संख्या-09709 प्रतिदिन रेलसेवा एक अक्टूबर, शनिवार से सीकर से सुबह सात बज कर 40 मिनट पर के स्थान पर परिवर्तित समय सात बज कर 25 मिनट पर रवाना होगी।
लोगों को मिलेगा लाभ
इसके बाद यह ट्रेन 11 बज कर दस मिनट पर महेंद्रगढ़, 11 बज कर 31 मिनट पर कनीना खास, 11 बज कर 42 मिनट पर डहीना जैनाबाद, 11 बज कर 54 बजे नांगल मूंदी व दोपहर साढ़े 12 बजे रेवाड़ी स्टेशन पर पहुंचेगी। इससे हजारों लोगों को फायदा होगा।
काफी दिनों से चल रही थी मांग
रेलवे से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इसी प्रकार गाड़ी संख्या-09704 प्रतिदिन रेलसेवा एक अक्टूबर से रेवाडी से दोपहर बाद तीन बज कर 15 मिनट पर रवाना होकर तीन बज कर 27 मिनट पर नांगल मूंदी, तीन बज कर 37 मिनट पर डहीना जैनाबाद, तीन बज कर 48 बजे कनीना खास, चार बज कर नौ मिनट पर महेंद्रगढ़ व रात्रि दस बज कर 55 मिनट पर सीकर पहुंचगी।
इन प्रमुख स्थानों पर होगा ट्रेनों का ठहराव
दोनों दिशाओं में इस ट्रेन का ठहराव जेरठी दादिया, नवलगढ़, बलवंतपुरा चेलासी, डूंडलोद मुकुंदगढ़, नुआ, झुंझुनू, रतन शहर, नारी खेतड़ी, चिडावा, सूरजगढ़, भावधरी, लोहारू, सोहनसरा, सतनाली, नावां हाल्ट, नांगल डिगरोटा, जेरपुर पाली, महेंद्रगढ़, भोजावास हाल्ट, गुढा कैमला हाल्ट, कनीना खास, डहीना जैनाबाद व नांगल मूंदी स्टेशन पर रहेगा।
दिल्ली-एनसीर के यात्रियों को राहत
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते भारतीय रेलवे द्वारा संचालित ट्रेनों में कई तरह बदलाव किए गए थे, जिसके कारण दिल्ली-हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के बीच सफर करने वाले लोकल यात्रियों को दिक्कत आ रही थी। यह परेशानी अब पूरी तरह दूर हो गई है।