सेक्टर 22 की खस्ताहाल सड़कें कर रही हैं परेशान

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली रोहिणी सेक्टर-22 में सड़कों पर बने गड्ढों के कारण लोगों को लंबे समय

By Edited By: Publish:Tue, 01 Sep 2015 10:29 PM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2015 10:29 PM (IST)
सेक्टर 22 की खस्ताहाल सड़कें कर रही हैं परेशान

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली रोहिणी सेक्टर-22 में सड़कों पर बने गड्ढों के कारण लोगों को लंबे समय से परेशानी झेलनी पड़ रही है।

गड्ढों के चलते लोगों के आवागमन में भारी दिक्कत होती है। लोगो का कहना है कि इस संबंध में संबंधित विभाग को कई बार शिकायत की गई, लेकिन विभाग सड़कों के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं है। विभाग के लापरवाह रवैये से लोगों में अधिकारियों के प्रति असंतोष है। लोगों का कहना है कि सड़क का निर्माण पहले भी किया गया, लेकिन कुछ ही दिनों बाद सड़क टूट जाती है और इसमें गडढे बन जाते हैं। इसके चलते निर्माण में प्रयोग किए जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होते हैं। बारिश के मौसम में इन गड्ढों में पानी जमा होने से दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।

यह क्षेत्र रिहायशी इलाकों के साथ-साथ महाराजा अग्रसेन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नॉलजी के लिए भी जाना जाता है। जहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं। रोहिणी के विभिन्न ब्लॉक, केशवपुरम, पीतमपुरा, शालीमार बाग सहित उत्तरी दिल्ली के अलावा पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली के छात्र भी यहां पढ़ते हैं। ऐसे में उन्हें भी इन सड़कों की खस्ताहालत के कारण परेशानियां झेलनी पड़ती है। बस का सफर हो या निजी वाहन छात्रों को इन ऊबड़खाबड़ रास्तों के कारण समस्या आती है। कई बार इसकी वजह से जाम लगने पर छात्र-छात्राओं को कॉलेज पहुंचने में देरी हो जाती है। साथ ही साथ दोपहिया वाहनों को चलाने में भी परेशानी आती है।

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यहां की सड़कों की हालत बेहतर नहीं है। इस कारण सभी को परेशानियां को सामना करना पड़ता है। इसका निर्माण जल्द किया जाना चाहिए।

-संतोष कुमार, छात्र।

सड़कें खराब होने के कारण वाहन चालकों को परेशानी आती है। गड्ढों के कारण दोपहिया वाहन सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। इसलिए लोगों की परेशानी को देखते हुए जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जाना चाहिए। -लोकेश, छात्र।

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प्रमुख चौड़ी सड़कों के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में अधिकारियों की टीम मुआयना कर रही है। जिन क्षेत्रों में कार्य पूरा नहीं हुआ है उसे जल्द पूरा करा लिया जाएगा।

-रवि माथुर, प्रवक्ता, पीडब्ल्यूडी।

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