रफ्तार नहीं पकड़ रहा स्वच्छता अभियान

जानर: स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत ----------------- फोटो संख्या: 06, 07 सबहेड-सफाई को लेकर बिल्कुल

By Edited By: Publish:Sat, 25 Oct 2014 05:47 PM (IST) Updated:Sat, 25 Oct 2014 05:47 PM (IST)
रफ्तार नहीं पकड़ रहा स्वच्छता अभियान

जानर: स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत

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फोटो संख्या: 06, 07

सबहेड-सफाई को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है जिला प्रशासन

-शहर में सफाई की नहीं सुधर रही है सूरत

नगर परिषद के पास इस समय 375 सफाई कर्मचारी है

जागरण संवाददाता,रेवाड़ी: गंदगी से बदहाल शहर की सूरत बदलने के लिए नगर परिषद सुधार की दिशा में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है। त्यौहारों के बाद भी निकलने वाले कचरा शहर की सड़कों पर ही पड़ा है। सफाई कार्य को लेकर बिल्कुल भी गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है जिससे शहर की सूरत बदहाल होती जा रही है।

शहर में सफाई के लिए इस समय नगर परिषद के पास इस समय 375 सफाई कर्मचारी है जो कि आबादी के अनुरूप है बावजूद इसके सफाई कार्य सुचारू नहीं है। इतना ही नही परिषद के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है और चार ट्रैक्टरों के अलावा एक जेसीबी मशीन है जिसकी मदद से शहर से निकलने वाले कचरे को उठाकर बाहर डाला जाता है। 375 सफाई कर्मचारियों में 203 पक्के कर्मचारी तथा 173 अस्थायी कर्मचारी है। कर्मियों की इतनी बड़ी फौज के बाद भी नगर परिषद सफाई कार्य को व्यवस्थित रूप नहीं दे पा रही है।

अवकाश के दिन अधिक मुश्किल

दीपावली के त्यौहार के मद्देनजर जहां शहर की सूरत संवरनी चाहिए है वह और भी बदसूरत हो गई है। दीपावली के दिन से ही कर्मचारी अवकाश पर है जिसके चलते सफाई का जिम्मा अस्थायी कर्मचारियों के कंधों पर है और ये कर्मचारी पूरे शहर में सफाई नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा कच्चे कर्मचारी अपने क्षेत्रों में ही सफाई करते है और पक्के कर्मचारियों के अवकाश पर जाने से उन क्षेत्रों में सफाई नहीं हो रही है जहां पर उनकी डयूटी लगी हुई है। इनमें सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र सरकुलर रोड है जहां पर अभी भी कचरे के ढेर लगे हुए हैं।

आमजन की भी भागीदारी नहीं

शहर में सफाई व्यवस्था को बनाए रखने में आमजन भी कोई रुचि नहीं दिखा रहा है। शहर नगर परिषद की ओर से कुछ तय स्थानों पर ही डपिंग यार्ड बनाया हुआ है लेकिन नागरिकों की ओर से अपने मकानों के आसपास ही कचरा डाला जा रहा है। कर्मचारियों के अवकाश पर होने की वजह से यह उठ नहीं रहा है जिससे शहर में गंदगी की वजह से सूरत काफी बदहाल हो रही है।

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