..बच्चों ने उस मकान को नीलाम कर दिया

अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की ओर से ऑनलाइन आओ गुनगुना लें गीत कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें हरिद्वार गाजियाबाद पानीपत मेरठ दिल्ली करनाल शामली पटना और इंदौर के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी। सम्मेलन के अध्यक्ष हरिद्वार से पधारे छन्दशिल्पी बृजेंद्र हर्ष स्वागताध्यक्ष दिल्ली के राष्ट्रीय गीतकार डॉ. जयसिंह आर्य मुख्य अतिथि कवि अनिमेष शर्मा विशिष्ट अतिथि केसर कमल शर्मा व विजय प्रेमी संयोजक भारतभूषण वर्मा और संचालक कवि संजय रहे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jul 2020 09:00 AM (IST) Updated:Tue, 21 Jul 2020 09:00 AM (IST)
..बच्चों ने उस मकान को नीलाम कर दिया
..बच्चों ने उस मकान को नीलाम कर दिया

जागरण संवाददाता, पानीपत : अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की ओर से ऑनलाइन आओ गुनगुना लें गीत कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। हरिद्वार, गाजियाबाद, पानीपत, मेरठ, दिल्ली, करनाल, शामली, पटना और इंदौर के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी। सम्मेलन के अध्यक्ष हरिद्वार से छन्दशिल्पी बृजेंद्र हर्ष, स्वागताध्यक्ष दिल्ली के राष्ट्रीय गीतकार डॉ. जयसिंह आर्य, मुख्य अतिथि कवि अनिमेष शर्मा, विशिष्ट अतिथि केसर कमल शर्मा व विजय प्रेमी, संयोजक भारतभूषण वर्मा और संचालक कवि संजय रहे।

अध्यक्ष बृजेंद्र हर्ष ने कहा- ये ऊंच-नीच भी हिस्सा है यारी की मजबूती का, ज्यादा दिन टिक न सकेगी वो, जिस यारी में मच-मच ना हो। डॉ. जयसिंह आर्य ने कहा- तीर दुनिया ने लाखों चलाये यहां, मर न पाई है देखो मगर दोस्ती। अनिमेष शर्मा ने कहा- रूह है तो फासला मंजूर ही नहीं, जिस्म है तो फिर जरा सा फासला भी रख। केसर कमल शर्मा ने कहा- तामीर जिसकी बाप ने की है तमाम उम्र, बच्चों ने उस मकान को नीलाम कर दिया। विजय प्रेमी ने कहा- क्या गुलशन है, क्या वीराना, दोनों से हवा का याराना। इनके अतिरिक्त संजय जैन, श्रीकृष्ण निर्मल, आराधना सिंह, हरगोबिद झांब, निर्मल आर्य, प्रीतमसिंह प्रीतम, अनिल धीमान, संतोष त्रिपाठी और डा. पंकज ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।

chat bot
आपका साथी