कैथल में मुख्याध्यापक के तबादले के विरोध में ग्रामीणों ने दूसरे दिन भी की तालाबंदी

कैथल के गांव मलिकपुर में मुख्याध्यापक सतबीर गोयत के तबादले के विरोध में दूसरे दिन भी ग्रामीणाें राजकीय माध्यमिक स्कूल में स्कूल पर तालाबंदी की। इस दौरा माैके पर कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। ग्रामीणों ने स्कूल में तालाबंदी कर अध्यापकों को भी स्कूल में नहीं घुसने दिया।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 11:41 AM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 11:41 AM (IST)
कैथल में मुख्याध्यापक के तबादले के विरोध में ग्रामीणों ने दूसरे दिन भी की तालाबंदी
कैथल में एक स्‍कूल में मुख्‍याध्‍यापक का तबादला करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है

कैथल, जेएनएन। आमतौर पर सरकारी शिक्षकों को लेकर कई तरह की धारणाएं देखने को मिलती हैं। मगर कुछ जगह ऐसे भी शिक्षक हैं जहां उनके काम को पसंद किया जाता है। ऐसा ही मामला सामने आया है। कैथल के गांव मलिकपुर में मुख्याध्यापक सतबीर गोयत के तबादले के विरोध में दूसरे दिन भी ग्रामीणाें राजकीय माध्यमिक स्कूल में स्कूल पर तालाबंदी की। इस दौरा माैके पर कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। ग्रामीणों ने स्कूल में तालाबंदी कर अध्यापकों को भी स्कूल में नहीं घुसने दिया। स्कूल में पहुंचे सभी स्टाफ सदस्य स्कूल के बाहर कुर्सियों पर ही बैठे। यहां मौके पर सरपंच तो आया, जिसने ग्रामीणों को आश्वासन दिया। सरपंच ने आश्वासन दिया कि अध्यापक के तबादले को रुकवा दिया जाएगा। इसके बाद वह तुंरत यहां से चला गया।

यह है मामला :

बता दें कि कुछ लोगों ने मुख्याध्यापक की शिकायत दी थी कि वह स्कूल में पढ़ाने की बजाय राजनीति करते हैं। ऐसे में पंचायत की ओर से रेजुलेशन डालकर उसका तबादला करवा दिया गया। बता दें कि गांव मलिकपुर गुर्जर बाहुल्य गांव है। ऐसे में मुख्याध्यापक ने कुछ लोगों को जातीय द्ववेष की भावना को लेकर उसके तबादले की बात कही है। दूसरी और अन्य ग्रामीण मुख्याध्यापक के पक्ष में खड़े हैं। जो पिछले दो दिनों से विरोध कर रहे हैं। उन्हाेंने मंगलवार सुबह ही स्कूल के गेट पर तालाबंदी कर दी थी, जिसके बाद शाम तक उन्हाेंने प्रदर्शन किया। अब दूसरे दिन भी बुधवार को ग्रामीणों ने स्कूल को ताला लगा दिया। दूसरे दिन तो स्टाफ सदस्यों को स्कूल के अंदर ही नहीं जाने दिया।  

-----जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दलीप सिंह ने बताया कि तालाबंदी को लेकर उन्हें जानकारी मिली है। सीवन के खंड शिक्षा अधिकारी को मौके पर जाने के लिए कहा है। उनके जाने के बाद पूरी जानकारी हासिल कर समाधान करवाया जाएगा। यदि ग्रामीण स्कूल में स्टाफ सदस्यों को अंदर नहीं जाने देते तो उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को लिखा जाएगा।

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