पानीपत नहीं आएंगी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, वीडियो कांफ्रेंसिंग से उपलब्धियों की कर रहीं समीक्षा

महिला एवं बाल विकास मंत्री स्‍मृति ईरानी (Smriti Irani) पानीपत नहीं आईं। शहर में विभिन्‍न योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक में मंत्री को पहुंचना था। बाद में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए योजनाओं को और आगे बढ़ाने के लिए चर्चा की।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 28 Jun 2022 11:19 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jun 2022 11:19 AM (IST)
पानीपत नहीं आएंगी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, वीडियो कांफ्रेंसिंग से उपलब्धियों की कर रहीं समीक्षा
महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक।

पानीपत, जागरण संवाददाता। महिला एवं बाल विकास विभाग की आठ वर्षों की उपलब्धियों की समीक्षा के लिए पानीपत में बैठक हुई। इसमें महिला एंव बाल विकास मंत्री स्‍मृति ईरानी को भी आना था। बाद में स्‍मृति ईरानी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली।

बैठक में महिलाओं को विभाग की ओर से विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दिए जाने वाले लाभों पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई। साथ ही योजनाओं को और आगे बढ़ाने और इनमें आने वाली समस्याओं को दूर करने पर भी चर्चा हुई।

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली प्रदेश के प्रतिभागियों की सब जोनल बैठक हुई शुरू। जीटी रोड स्थित एक निजी होटल में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डाक्टर मुंजापरा महेंद्र भाई, हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा, सांसद कृष्ण लाल पंवार, विधायक प्रमोद विज, उपायुक्त सुशील सारवान ने दीप प्रज्वलित करके बैठक का शुभारंभ किया।

बैठक में स्वास्थ्य, मुद्रा स्टार्टअप, पोषण अभियान, सक्षम आंगनबाड़ी, मिशन शक्ति स्कीम, मिशन वात्सल्य तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि योजनाओं की समीक्षा भी की जाएगी और विभिन्न महिला लाभार्थी भी अपने अनुभव सांझा की। समीक्षा बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्रलय तथा वित्त और स्वास्थ्य मंत्रलय के साथ यूनीसेफ, विश्वविद्यालय, सामाजिक संगठनों और प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि ने भी अपनी-अपनी प्रस्तुति दी।

निदेशक हेमा शर्मा ने बताया कि बच्चों के लिए बाल लाभार्थी अनुभवों पर भी चर्चा हुई, जिसमें केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त सचिव बच्चों के कल्याण के लिए चलाई गई योजनाओं की समीक्षा की। इसमें बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, शिक्षा और जेजे एक्ट से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। इसमें भी यूनीसेफ की ओर से योजनाओं के माध्यम से बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर प्रस्तुतीकरण हुआ।

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