440 रुपये लौटाने के बहाने टाइपिस्ट से ठगे 92 हजार रुपये

पीड़ित टाइपिस्ट ने बैंक अधिकारियों से संपर्क किया लेकिन आरोपित ठग या उसके खाते से संबंधी किसी जानकारी का सुराग नहीं मिला।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 Jun 2019 09:38 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jul 2019 06:47 AM (IST)
440 रुपये लौटाने के बहाने टाइपिस्ट से ठगे 92 हजार रुपये
440 रुपये लौटाने के बहाने टाइपिस्ट से ठगे 92 हजार रुपये

जागरण संवाददाता, पानीपत: बैंक कर्मचारी बने ठग ने 440 रुपये लौटाने के बहाने ओटीपी पूछ कोर्ट के टाइपिस्ट से 92,530 रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित टाइपिस्ट ने बैंक अधिकारियों से संपर्क किया लेकिन आरोपित ठग या उसके खाते से संबंधी किसी जानकारी का सुराग नहीं मिला। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर अज्ञात आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

शेरा गांव के चरण सिंह ने बताया कि वह फिलहाल असंध रोड के विर्क नगर में रहते हैं और पानीपत कोर्ट में टाइपिस्ट हैं। 29 मई को एक रिश्तेदार का लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। ऑनलाइन फीस जमा कराते वक्त पंजाब नेशनल बैंक के खाते से 440 रुपये कट गए लेकिन सारथी साइट पर अपडेट नहीं हुआ। बैंक कर्मचारियों को हेल्पलाइन नंबर पर फोन पर शिकायत दी। कर्मचारियों ने एक माह बाद रुपये वापस खाते में आने का दावा किया।

ठीक एक माह बाद 28 जून को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। बैंक कर्मचारी बने ठग ने 440 रुपये लौटाने से पहले मोबाइल नंबर वेरिफाई कराने के लिए कहा। इसी बहाने टाइपिस्ट चरण सिंह से ओटीपी पूछकर खाते से 50 हजार रुपये निकाल लिये। इससे पहले वह कुछ समझता पांच मिनट बाद खाते से 42,530 रुपये कटने का एक और ट्रांजेक्शन मैसेज आ गया। ठगी का अहसास होने पर वह बैंक पहुंचा तो बैंक मैनेजर ने ठग या उसके खाते से संबंधी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होने की बात कही। यूपीआइ के माध्यम से की गई ट्रांजेक्शन

बैंक कर्मचारियों ने चरण सिंह को बताया कि ओटीपी पूछने के बाद यूपीआइ के माध्यम से उसके खाते से उक्त राशि निकाली गई है। यूपीआइ एड्रेस के अलावा बैंक कर्मचारियों के सिस्टम पर और कोई डिटेल उपलब्ध नहीं है। पीएनबी के हेडक्वार्टर से संपर्क करके आरोपित के खाते के बारे में पुलिस को जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही।

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