दो चिटफंड कंपनियों के झांसे में आए ग्रामीण, डेढ़ करोड़ रुपये ठग लिए गए

चिटफंड कंपनियों की ओर से ठगी का कारनामा लगातार जारी है। दो चिटफंड कंपनियों ने सैकड़ों ग्रामीणों से डेढ़ करोड़ रुपये निवेश के नाम पर ठग लिए।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 02 Dec 2019 10:10 AM (IST) Updated:Mon, 02 Dec 2019 05:43 PM (IST)
दो चिटफंड कंपनियों के झांसे में आए ग्रामीण, डेढ़ करोड़ रुपये ठग लिए गए
दो चिटफंड कंपनियों के झांसे में आए ग्रामीण, डेढ़ करोड़ रुपये ठग लिए गए

पानीपत, जेएनएन। चिट फंड  की दो कंपनियों में निवेश कराकर खलीला माजरा गांव के लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर ली। पीडि़तों ने पंचायत की, लेकिन आरोपित नहीं पहुंचे। आरोपितों  ने सैकड़ों लोगों से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की है।  

खलीला माजरा के राजेश और रामनिवास ने बताया कि उनका मतलौडा में करियाना स्टोर है। आरोप है कि गांव के तीन लोगों ने उन्हें मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा दिया और दो कपनियों के सदस्य बनाया। उन्हें पांच साल तक 4680 रुपये हर छह महीने में जमा कराने को कहा। दूसरी कपंनी में उन्हें 1000 रुपये हर महीना जमा कराने का मेंबर बनाया और आश्वासन दिया कि पांच साल तक रुपये जमा कराओ ब्याज समेत रुपये लौटाए जाएंगे। या फिर कंपनी की समालखा में जमीन से प्लॉट दिए जाएंगे। 

कंपनी बद हो गई

2015 में उन्हें पता लगा कि दोनों कंपनी बंद हो गई हैं। उन्होंने गांव के कंपनी के एजेंटों से संपर्क किया तो उन्होंने रुपये लौटाने से मना कर दिया। आरोपितों ने मारपीट की और उन्हें जान से मारने की धमकी दी।  इसकी मतलौडा थाने में शिकायत दर्ज कराई जाएगी।

इधर, चेक चोरी कर फर्जी हस्ताक्षर से रुपये निकाला

हरदीप निवासी मनाना ने पुलिस को शिकायत देकर गांव के एक व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी कर चेक चोरी करने और फर्जी हस्ताक्षर युक्त चेक दूसरे को देकर खाते से पैसे निकालने का आरोप लगाया है। पुलिस ने गांव के सचिन और सतीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी लड़की आरती समालखा के समाज सेवा समिति अस्पताल में नौकरी करती थी। वहीं, पर उसके गांव का युवक सचिन भी नौकरी करता था। उसकी लड़की का वेतन मनाना के ओरियंटल बैंक के खाते में आता था। उसने बैंक से चेक भी लिया था। उसकी बेटी अपना चेक हमेशा अपने पर्स में रखती थी। उसे संदेह है कि सचिन ने उसके पर्स से चेक बुक चोरी कर जाली हस्ताक्षर युक्त चेक देनदारों को बांट दिए। कुछ दिन पहले गांव के सतीश के पास उसे अपनी बेटी के नाम का 2.70 लाख का एक चेक मिला, जो अकाउंट में पैसा नहीं होने पर बाउंस हो गया था। सतीश ने उसे यहा बात बताई। सतीश से जानकारी मिलने पर उसके कान खड़े हो गए। उसने उसने बेटी को घटना से अवगत कराया। साथ ही चेक बुक की तलाश शुरू की तो चेक बुक से पन्ने गायब मिले। उसने पुलिस से मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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