कीटनाशक-रासायनिक उर्वरक के इस्तेमाल से बढ़े कैंसर मरीज : डॉ. विनिता

पंजाब से दिल्ली तक की बेल्ट में फसलों में कीटनाशकों-रसायनिक उर्वरकों का अधिक इस्तेमाल कैंसर के मामले बढ़ने का बड़ा कारण है। कुल कैंसर मरीजों में करीब 35 फीसद हरियाणा में हैं। बड़े अस्पताल अनुभवी डॉक्टरों के होने से अब रोग की पहचान और इलाज संभव हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 09:17 AM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 09:17 AM (IST)
कीटनाशक-रासायनिक उर्वरक के इस्तेमाल से बढ़े कैंसर मरीज : डॉ. विनिता
कीटनाशक-रासायनिक उर्वरक के इस्तेमाल से बढ़े कैंसर मरीज : डॉ. विनिता

जागरण संवाददाता, पानीपत : पंजाब से दिल्ली तक की बेल्ट में फसलों में कीटनाशकों-रसायनिक उर्वरकों का अधिक इस्तेमाल कैंसर के मामले बढ़ने का बड़ा कारण है। कुल कैंसर मरीजों में करीब 35 फीसद हरियाणा में हैं। बड़े अस्पताल में इस रोग की पहचान और इलाज संभव हो गया है।

सेक्टर-25, होटल डेज में संपन्न हुई पत्रकारवार्ता में मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग दिल्ली में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की एसोसिएट निदेशक डॉ. विनिता गोयल ने यह जानकारी दी।उन्होंने कहा कि महिलाओं में ब्रेस्ट के अलावा सर्वाइकल और पेट का कैंसर अधिक पाया जाता है। पेट के कैंसर का मुख्य कारण मोटापा भी है। इसका पता भी तीसरी-चौथी स्टेज में चलता है। हालांकि, पुरुष रोगियों की संख्या भी कम नहीं है। कैंसर सर्जन डॉ. अर्चित पंडित ने कहा कि तंबाकू चबाना, फ्रोजन भोजन सेवन करना छोडें़। सिद्धार्थ सहाई ने कहा कि जेनेटिक कारणों से बच्चों को कैंसर होने की संभावना रहती है। हर व्यक्ति शरीर के किसी भी हिस्से में बनी और बढ़ रही गांठ को नजरअंदाज न करे।

chat bot
आपका साथी