दूसरी बार भी नहीं हो सका भाकियू के जिला प्रधान का चयन
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिला प्रधान के चयन के लिए अनाज मंडी में आयोजित बैठक दूसरी बार भी बेनतीजा रही। करीब तीन घंटे चली बैठक के बावजूद प्रधान के लिए पांच उम्मीदवारों के बीच आपसी सहमति नहीं बन सकी। शोर शराबे के कारण पुलिस को कई बार बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, समालखा : भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिला प्रधान के चयन के लिए अनाज मंडी में आयोजित बैठक दूसरी बार भी बेनतीजा रही। करीब तीन घंटे चली बैठक के बावजूद प्रधान के लिए पांच उम्मीदवारों के बीच आपसी सहमति नहीं बन सकी। शोर शराबे के कारण पुलिस को कई बार बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा। अब यूनियन की 11 सदस्यीय चयन कमेटी बैठक कर अगली तिथि और स्थान के बारे में फैसला लेगी। बैठक की अध्यक्षता महावीर फौजी डिकाडला ने की। अनाज मंडी के शेड सहित प्रवेश द्वार से लेकर चारों ओर पुलिस की व्यवस्था थी। ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार सुमनलता, नायब तहसीलदार अभिमन्यु सहित डीएसपी प्रदीप कुमार मौके पर दलबल के साथ मौजूद रहे।
दो सालों के लिए होता है चयन
भाकियू के जिला प्रधान का हर दो साल बाद चयन होता है। जिले को पांच खंडों पानीपत, समालखा, बापौली, इसराना, मतलौडा में बांटा गया है। सभी के प्रत्याशी को रोटेशन के आधार पर सेवा का मौका दिया जाता है। पिछले कार्यकाल में इसराना खंड से कुलदीप बलाना को मौका मिला था। इस बार समालखा की बारी है। सुबह 10 बजे से किसानों को पहुंचना शुरू हो गया था। करीब दो बजे तक चली मीटिग के बाद भी आपसी सहमति नहीं हो सकी।
गत रविवार की मीटिग से पहले ही चयन के लिए 11 सदस्यीय कमेटी बना दी गई थी। खंड के 32 गांवों में अधिकांश से किसान आए हुए थे। इस अवसर पर कमेटी सदस्य जयकरण कादियान, पूर्व प्रधान बिट्टू मलिक, प्रधान कुलदीप बलाना, सदस्य जसवंत अटावला, उपप्रधान ऋषिपाल नांदल, जयपाल कुराड़, तेजपाल, सतनारायण, टिकू, ईश्वर सिंह, जाट धर्मार्थ सभा के प्रधान सुभाष कुहाड़ मौजूद रहे।