गुरुजी की टेक्निक बड़े काम की, खेल के दौरान खिलाडिय़ों को नहीं लगेगी चोट Panipat News

गुरुजी पटियाला में खेलों की नई तकनीक सीख रहे हैं। एथलेटिक्स के 50 हॉकी के 21 और फेंसिंग के 10 कोच ट्रेनिंग ले रहे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 12:27 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jan 2020 12:28 PM (IST)
गुरुजी की टेक्निक बड़े काम की, खेल के दौरान खिलाडिय़ों को नहीं लगेगी चोट Panipat News
गुरुजी की टेक्निक बड़े काम की, खेल के दौरान खिलाडिय़ों को नहीं लगेगी चोट Panipat News

पानीपत, [विजय गाहल्याण]। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में हमारे पदक बढ़ें। विदेशी खिलाडिय़ों को हम टक्कर दे सकें। खेलों में तकनीक में खोट के कारण चोट लगने के कारणों को दूर कर सकें। इसके लिए खेल और युवा कार्यक्रम विभाग ने एथलेटिक्स के 50, हॉकी के 21 और फेंसिंग के 10 कोचों को तकनीकी रूप से मजबूत बनाने का निर्णय लिया है। इन कोचों को पटियाला स्थित नेताजी सुभाष खेल संस्थान में 14 दिन के कोर्स के लिए भेजा है।

ये कोर्स 6 जनवरी से शुरू हो हुआ है और 18 जनवरी तक चलेगा। वहां पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय कोच खेल की नई तकनीक और नियमों से अवगत करा रहे हैं। खिलाडिय़ों को चोट से बचाने और चोट लगने पर उनका किस तरह से इलाज कराया जाए। इस बारे में जानकारी दी जा रही है। दूसरे चरण में 10 से 22 फरवरी तक कोच ट्रेनिंग लेंगे।  

इन्हें दी जा रही है ट्रेनिंग 

एथलेटिक्स कोच पानीपत से महीपाल गौड़, बंसीलाल, बिजेंद्र सिंह, भिवानी से प्रीतम सिंह, बस्तीरन, राजेश कुमार, अरूण कांत, विनोद कुमार, चरखी दादरी के बिजेंद्र कुमार, फरीदाबाद से अनीता भाटिया, धर्मेंद्र, मनोज कुमार, सूबे सिंह और सुंदर लाल ट्रेङ्क्षनग ले रहे हैं। फेंसिंग में पानीपत से नरेंद्र लठवाल, अंबाला से विकास, फरीदाबाद से कपिल, कुरुक्षेत्र से हरप्रीत सिंह, रेवाड़ी से राजपाल यादव और यमुनानगर से मनीष सिंह तकनीक सीख रहे हैं।   

ट्रेनिंग लेकर कोच खिलाडिय़ों की तकनीक में सुधार कराएंगे

जिला खेल अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि ट्रेनिंग प्राप्त कोच खिलाडिय़ों की तकनीक में सुधार करा पाएंगे। इसका फायदा खिलाडिय़ों को होगा और वे ज्यादा पदक जीतेंगे। कोचों भी नए नियमों से वाकिफ होंगे। इससे उनका भी आत्मविश्वास बढ़ेगा। 

चोटिल होने से बचेंगे एथलीट

भारत खेल प्राधिकरण के सेवानिवृत्त कोच ओमप्रकाश सिमांहर कहा कि ज्यातार एथलीट गलत तकनीक से अभ्यास करने से घायल हो जाते हैं। सही से इलाज न हो तो उनका खेल तक छूट जाता है। कोर्स प्राप्त कोच खिलाडिय़ों को सही तकनीक बता पाएंगे। इससे खिलाड़ी चोटिल होने से बच सकेंगे।

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