Haryana Assembly Election 2019: टिकट बंटवारे में कांग्रेस की गुटबाजी, टिकट की रेस में पिछड़े तंवर गुट के दावेदार Panipat News
टिकट बंटवारे में कांग्रेस की गुटबाजी सामने आई है। तंवर गुट के दावेदार टिकट हासिल करने में वंचित रह गए।
पानीपत, [राज सिंह]। टिकट बंटवारे में कांग्रेस की गुटबाजी सामने आई है। तंवर गुट के दावेदार टिकट हासिल करने में वंचित रह गए। शाह परिवार पर भी पार्टी इस बार भरोसा नहीं जता सकी। स्क्रीनिंग कमेटी में पानीपत शहरी, ग्रामीण, समालखा और इसराना सीट से दस से अधिक प्रत्याशियों ने आवेदन किए थे। पहले चार का पैनल तैयार किया गया। हुड्डा के करीबी रहे ओपी जैन और बलबीर वाल्मीकि ने पैनल में शुरू से स्थान बनाए रखा।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अशोक तंवर के सर्मथक पूर्व मंत्री बिजेंद्र कादियान और ओमवीर सिंह पंवार पैनल में अंतिम दौर तक बने रहे। दिल्ली में दस जनपथ पर प्रदर्शन के बाद बुधवार देर रात जो फाइनल सूची जारी की गई दोनों प्रत्याशियों के नाम हटा दिए गए। पहले शहरी और बाद में ग्रामीण सीट से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का दावा करने वाले पूर्व परिवहन मंत्री ओपी जैन पर हाइकमान ने मुहर लगा दी। समालखा से प्रत्याशी बने धर्म सिंह छोक्कर हुड्डा के करीबी माने जाते हैं।
2009 में हजकां से चुनाव जीतने के बाद पांच साल तक बिना शर्त उन्हें समर्थन दिया। 2014 में आजाद उम्मीदवार रविंद्र मछरौली से चुनाव हार गए थे। छोक्कर के समर्थक इस बार जीत का दावा कर रहे हैं। इसराना रिजर्व सीट से बलबीर वाल्मीकि 2009 और 2014 में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे। दोनों बार चुनाव हार गए। हाइकमान ने भजापा प्रत्याशी कृष्णलाल पंवार को टक्कर देने के लिए तीसरी बार वाल्मीकि पर भरोसा जताया है।
विकास और युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य
जैन ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी ओमप्रकाश जैन ने कहा कि 2009 में निर्दलीय विधायक बना था। इस बार कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ रहा हूं। हलके का विकास और युवाओं को रोजगार देना ही मेरा लक्ष्य है। टिकट के लिए कुमारी सैलजा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा व गुलाब नबी आजाद का आभार व्यक्त करते हुए जैन ने कहा कांग्रेस ने मुझ पर जो विश्वास किया है उस पर खरा उतरूंगा।