स्वच्छता सर्वेक्षण 2022: इस बार साढ़े सात हजार अंकों की होगी स्वच्छता परीक्षा, तैयारी में जुटी नप

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 इस बार साढ़े सात हजार अंकों की होगी स्वच्छता परीक्षा। तैयारी में जुटी कैथल नगर परिषद। सबसे स्वच्छ सार्वजनिक या निजी संस्थानों को नप करेगी सम्मानित निरीक्षण शुरू। अब नप की तरफ से स्कूल होटल पार्क सहित सार्वजनिक स्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 04:57 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 04:57 PM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022:  इस बार साढ़े सात हजार अंकों की होगी स्वच्छता परीक्षा, तैयारी में जुटी नप
इस बार साढ़े सात हजार अंकों की होगी स्वच्छता परीक्षा।

कैथल, जागरण संवाददाता। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के लिए केंद्रीय टीम फरवरी में सर्वेक्षण शुरू कर सकती है। इस बार सफाई की परीक्षा में फेल ना हों, इसके लिए नगर परिषद की तरफ से तैयारी शुरू की जा चुकी है। सर्वेक्षण 2021 की परीक्षा छह हजार अंकों की थी, लेकिन इस बार यह परीक्षा साढ़े सात हजार अंकों की होगी। इसमें सर्विस लेवल प्रोसेस के तीन हजार अंक, प्रमाणीकरण के 2250 अंक और सिटीजन फीडबैक के 2250 अंक मिलेंगे। इसके अलावा जो भी जागरूकता से संबंधित कार्यक्रम हो रहे हैं, वहां आजादी का अमृत महोत्सव का लोगो इस्तेमाल किया जा रहा है।

अब नप की तरफ से स्कूल, होटल, पार्क सहित सार्वजनिक स्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसके लिए पांच सदस्यों की टीम बनाई गई है। टीम में सर्वेक्षण के नोडल अधिकारी कुलदीप, सहयोगी गौरव, सफाई शाखा से लखविंद्र को शामिल किया गया है। टीम निरीक्षण के दौरान लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक कर रही है। गीला और सूखा कचरे को लेकर डस्टबिन रखवाए जा रहे हैं। जागरूकता के बाद इनके बीच सफाई को लेकर एक परीक्षा करवाई जाएगी। परीक्षा में जो जगह सबसे स्वच्छ मिलेगी उसे नप की तरफ से प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। परीक्षा में क्या-क्या शामिल किया गया है, यह जानकारी जागरूकता अभियान के समय दी जा रही है। कुलदीप ने बताया कि सर्वेक्षण 2022 में नगर परिषद का रैंक बेहतर करना है। सार्वजनिक स्थानों और निजी संस्थानों को लेकर एक स्पर्धा करवाई जा रही है। 

सार्वजनिक स्थानों पर करवाई जा रही पेंटिंग 

नप ने इस बार स्वच्छता के प्रति जागरूकता के समय प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर दिया है। इसके स्थान पर दीवारों पर पेंटिंग करवाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। शहर के सौंदर्यकरण और सफाई को लेकर काम शुरू किया जा चुका है। इसके अलावा नप ने थ्री आर पर काम शुरू कर दिया है। इसमें रिड्यूज यानि कचरे को कम करने का प्रयास करना। रियूज यानि कचरे में से कोई वस्तु निकालकर दोबारा से इस्तेमाल करना। रिसाइकिल यानि जो वस्तु एक बार इस्तेमाल हो चुकी हो उसका दोबारा से इस्तेमाल करना शामिल है। स्वच्छता एप को बढ़ावा देने के लिए काम शुरू हो चुका है ताकि शहर के लोगों में जागरूकता आए। 

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