मरने के बाद भी दूसरों में जीवित रहेगी मां

जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 12 निवासी प्रेमलता का शुक्रवार को अचानक निधन हो गया। उनकी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Aug 2017 02:23 AM (IST) Updated:Sat, 05 Aug 2017 02:23 AM (IST)
मरने के बाद भी दूसरों में जीवित रहेगी मां
मरने के बाद भी दूसरों में जीवित रहेगी मां

जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 12 निवासी प्रेमलता का शुक्रवार को अचानक निधन हो गया। उनकी उम्र 72 वर्ष थी। परिजनों ने उनकी इच्छा के अनुरूप देहदान करने का निर्णय लिया है। शनिवार सुबह श्मशान घाट से उनके पार्थिव शरीर को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, करनाल ले जाएंगे।

शरीर से प्राण त्यागने के बाद ¨हदू रीति रिवाजों में श्मशान घाट में अंत्येष्टि की परंपरा रही है। मृत शरीर को अग्नि के हवाले कर दिया जाता है। सेक्टर 12 (बी 57, ब्रह्माकुमारी आश्रम के पीछे) निवासी प्रवेश कामरा ने बताया कि उनकी मां प्रेमलता पूरी तरह से स्वस्थ थीं। शाम को छह बजे पड़ोस की एक महिला ने उन्हें आवाज लगाई। उनसे मिलने के बाद जैसे ही घर वापस जाकर लेटीं, अचानक निधन हो गया। उनकी मां राधास्वामी सत्संग से भी जुड़ी रहीं। मां हमेशा कहा करती थी कि मरने के बाद देह किसी के काम आए जाए तो दान कर देना। मां के इस वचन को पूरा करने के लिए शरीर दान करने का निर्णय लिया है। सुबह 10 बजे रिश्तेदार व परिचित सेक्टर 11 स्थित शिवपुरी में पहुंचेंगे। घर से अर्थी को कंधा देकर श्मशान घाट तक ले जाएंगे। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पार्थिव शरीर को नेत्र बैंक से आए चिकित्सकों को सौंप दिया जाएगा।

पुलिस की नौकरी छोड़ी

प्रवेश ने बताया कि उनकी मां हमेशा देशभक्ति की हौसला देती थी। मां के आशीर्वाद से पुलिस की नौकरी मिली। पिता का 2015 में स्वर्गवास हो चुका है। चंडीगढ़ में पुलिस में जॉब करने के बाद अब वीआरएस लेकर व्यास सेवा में समर्पित हो गए हैं। नवांकोट गुरुद्वारा में रविवार को दोपहर 2-3 बजे के बीच अंतिम अरदास होगी।

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