पानीपत का इनामी बदमाश राकू चार गुर्गों सहित गिरफ्तार, हरियाणा के इस शहर में वारदात की फिराक में था
14 दिसंबर 2019 को राकू ने विकास व अंचल के साथ मिलकर अजीत को गोली मारी थी। इसी मामले में राकू और विकास पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। बदमाश हिसार में वारदात की फिराक में थे।
पानीपत, जेएनएन। शराब ठेकेदार खलीला प्रहलादपुर के अजीत सिंह उर्फ पर तीन बार जानलेवा हमला करने के आरोपित वांटेड बदमाश राकू गैंग के सरगना बुआना लाखू के राकेश मलिक उर्फ राकू सहित पांच बदमाशों को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) हिसार ने सेक्टर 13-17 बांके विहारी एनक्लेव के पास से गिरफ्तार किया। राकेश उर्फ राकू और उसका गुर्गा किवाना गांव के विकास उर्फ पहलवान पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। उनके कब्जे से सेंट्रो कार, एक बंदूक दोनाली 12 बोर, एक 32 बोर पिस्टल व एक 315 बोर का कट्टा, कुल 21 कारतूस और एक खाली खोल बरामद किया।
एसटीएफ हिसार की टीम इंस्पेक्टर पवन कुमार को सूचना मिली कि अवैध हथियारों से लैस इनामी बदमाश राकेश उर्फ राकू अपने चार साथियों के साथ कार से वारदात की फिराक में घूम रहा है। दबिश देकर बांके बिहारी एनक्लेव के पास कार बरामद की। कार अटावला गांव का प्रदीप कुमार हाल पता सिवाह चला रहा था। अंदर बैठे राकू, विकास, सिवाह के नवीन खत्री उर्फ लंगड़ा हाल पता एकता विहार कालोनी और सिवाह के अंचल को गिरफ्तार किया। सेक्टर 13-17 थाना पुलिस ने अवैध हथियार का मामला दर्ज किया। सरगना सहित पांचों आरोपितों अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
एसटीएफ की टीम में ये रहे शामिल
बदमाशों को पकडऩे वाली एसटीएफ हिसार की टीम में इंस्पेक्टर पवन कुमार, एसआइ पुरुषोत्तम लाल, एएसआइ राजेश कुमार, हवलदार नवीन कुमार और सिपाही सत्यनारायण शामिल रहे।
राकू सहित पांच बदमाशों को प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा
एसपी शशांक कुमार सावन ने मामले की जांच सीएआइए-टू को सौंप दी। सीआइए-टू गैंगस्टर राकू और उसके पांच गुर्गों को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ करेगी। इसके लिए बुधवार को अदालत में प्रोडक्शन वारंट के लिए अर्जी डाली जाएगी। बदमाशों से यह भी पता लगाया जाएगा कि अजीत पर हमले की साजिश में लंबू तो शामिल नहीं था।
एक साल पहले अजीत को मारी थी गोली, इनाम घोषित होते ही पकड़े गए बदमाश
सिवाह के गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू ने शराब ठेकेदार अजीत ङ्क्षसह से प्रतिमाह दो लाख रुपये की मंथली मांगी थी। अजीत ने मना कर दिया था। 14 दिसंबर 2019 को अजीत ङ्क्षसह छोटे भाई सुरेंद्र पहलवान के साथ खेत से घर लौट रहा था। इसी दौरान बाइक सवार तीन बदमाशों ने अजीत को गोली मार दी। सुरेंद्र पर भी गोली चलाई, लेकिन वे बच गया। मामला समालखा थाने में दर्ज है। इस मामले में सिवाह का अंचल गिरफ्तार हो चुका है। एक साल से मुख्य आरोपित राकेश उर्फ राकू और विकास फरार चल रहे थे। कई पांच दिन पहले ही उक्त दोनों आरोपितों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इसके बाद ही एसटीएफ ने बदमाशों का काबू कर लिया। मंगलवार को पीडि़त अजीत ङ्क्षसह स्वजनों के साथ एसपी शशांक कुमार सावन से मिले और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। एसपी ने उन्हें बताया कि आरोपित पकड़े जा चुके हैं।
राकू ने बना लिया था नया गैंग, लंबू की तरह बनना चाहता था डान
गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू गैंग का राकेश उर्फ राकू विश्वसनीय सदस्य रहा है। राकू भी लंबू की तरह डान बनना चाहता था। वह कई शराब ठेकेदारों से मंथली भी वसूलने लगा था। अवैध शराब का धंधा भी शुरू कर दिया था। उसके निशाने पर अजीत था। राकू ने अजीत की हत्या की साजिश रची, ताकि अन्य शराब ठेकेदार डर की वजह से मंथली देते रहे। 19 दिसंबर 2020 की रात को अजीत अपने नूरवाला अड्डा स्थित शराब के ठेके पर थे। इसी दौरान राकू गैंग के बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। अजीत को दो, उसके ड्राइवर सागर और शराब खरीदने आए कामगार धर्मेंद्र को एक-एक गोली लगी। क्रास फायरिंग में बदमाश मनीष उर्फ मुखिया मारा गया। सीआइए-टू ने आरोपित रिसालू के अमित उर्फ मीता, देहरा गांव के विशाल और हरिनगर के जसविंद्र को गिरफ्तार किया। इस गैंग के आठ आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। नरवाना का एक बदमाश फरार है।