स्कूलों में स्वच्छता और जल संचय के साथ प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर होगा काम
स्कूलों में स्वच्छता को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने के लिए जल संचय के साथ-साथ प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर भी काम किया जाएगा। विद्यार्थियों की एक कमेटी एक अध्यापक के नेतृत्व में बनाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : स्कूलों में स्वच्छता को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने के लिए जल संचय के साथ-साथ प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर भी काम किया जाएगा। विद्यार्थियों की एक कमेटी एक अध्यापक के नेतृत्व में बनाई जाएगी।इसके लिए शुक्रवार को लघु सचिवालय के द्वितीय तल के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन, जल संचय और प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर कार्यशाला की गई। मुख्यातिथि स्वच्छ भारत मिशन के वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र रहे। उन्होंने सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों, मुख्याध्यापकों और प्राइमरी के मुखियाओं को विषय के बारे में बारीकी से बताया और शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस तरह की कार्यशाला पहली बार जिला स्तर पर की गई। यह सातवीं कार्यशाला है। हमें अपने घर के साथ आसपास के क्षेत्र में भी साफ-सफाई रखनी चाहिए। स्कूल आगे आकर प्रदेश के सामने उदाहरण पेश करना है। उन्होंने कहा कि एक अध्यापक समाज हित में बेहतर काम कर सकता है। समाज को भी उनसे उम्मीद रहती है।
अपनी रसोई से शुरुआत करें
सुभाष चंद्र ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी रसोई से ही स्वच्छता की शुरुआत करनी होगी। स्कूलों में तीनों विषयों पर कमेटी बनाकर आगामी एक-दो दिन में ही काम शुरू किया जाएगा। एडीसी प्रीति ने बताया कि जिले में इसके लिए पहले से ही प्रयास किए जा रहे हैं। इस मौके पर सीटीएम सुमन भांखड़, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल सिंह, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़ उपस्थित थे रहे।