बापौली सीएचसी में आयुष को नहीं जगह, सिविल सर्जन व डीएएमओ में ठनी
जागरण संवाददाता, पानीपत सिविल अस्पताल परिसर की भूमि को लेकर स्वास्थ्य विभाग और ईएसआइ प्रबंधन के
जागरण संवाददाता, पानीपत
सिविल अस्पताल परिसर की भूमि को लेकर स्वास्थ्य विभाग और ईएसआइ प्रबंधन के बीच तनातनी का मामला अभी सुलझा भी नहीं है कि बापौली सीएचसी में आयुष विभाग को जगह नहीं मिलने का मामला तूल पकड़ गया है। जिला आयुष अधिकारी ने इस संबंध में सिविल सर्जन सहित आयुष विभाग के आलाधिकारियों को पत्र भेजकर शिकायत की है।
जिला आयुष अधिकारी डॉ. जसवीर ¨सह अहलावत ने बताया कि आयुष डिस्पेंसरी पहले कुराड़ में थी। अक्टूबर 2016 में एक आदेश आया कि डिस्पेंसरी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बापौली में शिफ्ट किया जाए। आदेश पर अमल करते हुए सामान शिफ्ट कर लिया गया। इसके बाद पीएचसी को सीएचसी में अपग्रेड किया गया। स्वास्थ्य विभाग के साथ आयुष विभाग ने भी नई बिल्डिंग में फर्नीचर व मेडिसिन शिफ्ट कर ली। कुछ दिनों बाद ही एलोपैथ के स्टाफ ने सामान समेटने का फरमान सुना दिया। मजबूरन आयुष का सामान पुरानी बिल्डिंग में रखना पड़ा। उन्होंने इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग व आयुष विभाग के कई अधिकारियों से की है।
इधर, सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि विभाग को मिली बिल्डिंग में इतनी जगह नहीं है कि आयुष का केंद्र भी वहां चल सके। इसलिए उन्हें पुरानी बि¨ल्डग में शिफ्ट होने को कहा गया था।
तीन गांवों में बनेंगे आयुर्वेदिक औषधालय :
डॉ. अहलावत ने बताया कि पानीपत के तीन गांव अदियाना, कुराना और हथवाला में करीब 42 लाख की लागत से राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय बनेंगे। सरकार ने इनके लिए धनराशि जारी कर दी है। मार्च माह में निर्माण कार्य आरंभ होना है। इसके अलावा इसराना व मनाना गांव के भवन की 4-4 लाख रुपये से नवीनीकरण होना है। बुआना लाखू स्थित केंद्र का नवीनीकरण हो चुका है।