झारखंड के ध्यानार्थ..नाबालिग को घर भेजने की तैयारी, साहिबगंज सीडब्ल्यूसी को अवगत कराया

जागरण संवाददाता, पानीपत: झारखंड से बहका कर पानीपत के सींक गांव में बेची गई नाबालिग को उसके

By Edited By: Publish:Fri, 06 Jan 2017 01:16 AM (IST) Updated:Fri, 06 Jan 2017 01:16 AM (IST)
झारखंड के ध्यानार्थ..नाबालिग को घर भेजने की तैयारी, साहिबगंज सीडब्ल्यूसी को अवगत कराया

जागरण संवाददाता, पानीपत: झारखंड से बहका कर पानीपत के सींक गांव में बेची गई नाबालिग को उसके माता-पिता के पास भेजने के लिए पुलिस व प्रशासन ने तैयारी कर दी है। उरलाना चौकी पुलिस युवती की रेल टिकट की व्यवस्था कराएगी। संभावना है कि युवती को चार दिन के भीतर भेज दिया जाएगा। जिला बाल कल्याण समिति ने झारखंड के साहिबगंज की बाल कल्याण समिति से संपर्क कर नाबालिग के लौटने के बारे में अवगत करा दिया है।

बता दें कि झारखंड के जिला साहिबगंज के गांव पैरागोडा की नाबालिग को उसके कथित पति महेश्वर 4 जून को सोनीपत के बख्तावरपुर के इदू के पास लेकर पहुंचे। यहां पर 6 जून को नाबालिग को सींक के अनिल को 70 हजार रुपये में बेच दिया गया। 21 दिसंबर को पुलिस व प्रशासन ने दिल्ली के एक एनजीओ की शिकायत पर सींक गांव से छुड़ा कर बाल अनाथालय भेजा गया। तभी से गर्भवती नाबालिग अनाथालय में रही है। नाबालिग को ले जाने के लिए साहिबगंज की मिर्जा चौकी के एएसआइ सतानंद व किशोरी का भाई बाल अनाथालय आए थे। बाल कल्याण समिति ने उनके साथ किशोरी को भेजने से इंकार कर दिया था। लेकिन किशोरी घर जाना चाहती है। 4 जनवरी को डीसी की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि नाबालिग को उसके घर भेजा जाएगा।

अनिल जेल में, मास्टर माइंड इदू की तलाश

मानव तस्करी के मामले में सींक गांव का अनिल जेल में है। इस मामले का मास्टरमाइंड बख्तावरपुर का इदू फरार है। पुलिस उसे छू नहीं पाई है। इस मामले के जांच अधिकारी डीएसपी देशराज ने बताया कि अनिल से पूछताछ हुई तो उसी ने बताया था कि इदू ने 70 हजार रुपये लेकर उसे नाबालिग को दिया था। पुलिस इदू की तलाश करने का दावा कर रही है, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

किशोरी को क्षतिपूर्ति दिलाने का प्रयास

जिला बाल कल्याण समिति की प्रधान सुमन सूद का कहना है कि पीड़ित किशोरी को क्षतिपूर्ति दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण को पत्र लिखा जाएगा। किशोरी के केस से संबंधित दस्तावेज साहिबगंज की बाल कल्याणा समिति के पास भेजे जाएंगे। किशोरी भी साहिबगंज जाएगी। वहां से उसे परिजनों को सौंपा जाएगा।

आयोग ने जागरण की खबर पर लिया संज्ञान

झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग ने नाबालिग के साथ हुई ज्यादती के मामले में दैनिक जागरण द्वारा 27 दिसंबर को गर्भवती किशोरी को लेकर हरियाणा और झारखंड भिड़े और 1 जनवरी 2017 को मैं बिकी हूं, मेरा शोषण हुआ है और मुझे ही गलत ठहरा रहे, शीर्षक से छपे समाचार का संज्ञान लिया है। इस बारे में आयोग ने प्रेस बयान भी जारी किया। आयोग ने मुख्य सचिव हरियाणा, राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग, राज्य बाल अधिकारी संरक्षण आयोग हरियाणा, गृह सचिव झारखंड सरकार, पुलिस महानिदेशक, उपायुक्त साहिबगंज को तुरंत कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। क्योंकि झारखंड की नाबालिग हरियाणा के पानीपत में 70 हजार में बेचे जाने, गर्भवती के प्रताड़ित होने व घर वापस भेजे जाने में देरी गंभीर मामला है। मानव तस्करी से जुड़े इस प्रकरण में तमाम लोगों पर कार्रवाई की जाए। वर्तमान में नाबालिग की वस्तुस्थिति से भी अवगत कराया जाए।

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