महिला थाने में गैंगरेप पीडि़ता से दर्दनाक रवैया, केस दर्ज के लिए मांग रहे ये सुबूत

पानीपत में सामूहिक दुराचार की पीडि़ता थाने में एफआइर दर्ज कराने पहुंची तो वहां सुनवाई नहीं हुई। एसएचओ ने उसे एक कोने में बैठा दिया। जब डीजीपी को फोन किया तो चार पर केस दर्ज हुआ।

By Ravi DhawanEdited By: Publish:Fri, 11 Jan 2019 12:53 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jan 2019 12:53 PM (IST)
महिला थाने में गैंगरेप पीडि़ता से दर्दनाक रवैया, केस दर्ज के लिए मांग रहे ये सुबूत
महिला थाने में गैंगरेप पीडि़ता से दर्दनाक रवैया, केस दर्ज के लिए मांग रहे ये सुबूत

पानीपत, जेएनएन। सामूहिक दुराचार की शिकार थाना चांदनी बाग क्षेत्र की एक कॉलोनी की विधवा महिला को लेकर नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्ष सविता आर्य एसपी सुमित कुमार के पास पहुंचीं। एसपी ने महिला के साथ ज्यादती करने वालों के खिलाफ देख महिला थाना प्रभारी को केस दर्ज करने के आदेश दिए। फिर भी केस दर्ज नहीं हुआ।

प्रभारी ने मोबाइल फोन व चिप लेकर पीडि़ता को तीन घंटे तक थाने में बैठाया रखा और कार्रवाई नहीं की। इसके बाद सविता आर्य ने डीजीपी बीएस संधू को कॉल की। डीएसपी संधू ने कॉल कर एसपी को कार्रवाई के आदेश दिए। इसके बाद ही महिला थाना पुलिस ने चार आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया। 

यह है मामला 
पीडि़त महिला ने बताया कि उसकी शादी दिल्ली में हुई थी। कुछ महीने बाद पति की सड़क हादसे में मौत हो गई। इसके बाद वह पानीपत में मजदूरी करने लगी। उसकी पहचान फेसबुक पर उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर के अटाली गांव के उधम सिंह से हुई। उधम सिंह उसे मिला और उसका मोबाइल नंबर दोस्तों को भी दे दिया। उसे सस्ते दाम पर घर दिलाने का झांसा दिया। 22 नवंबर 2018 को उधम अपने दोस्त अभिषेक, विशाल उर्फ राणा और एक अन्य युवक के साथ आया। 

दुष्कर्म कर बनाई अश्लील वीडियो
विशाल राणा ने प्लाट बेचने की बात कहकर उससे दो लाख रुपये साई के लिए। उसे कोल्ड ड्रिंक पीने को दी और कमरे में ले गए। चारों युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो बना ली। वे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की मांग करने लगे। वीडियो वायरल करने की भी धमकी दी। वह शिकायत देने किशनपुरा चौकी और चांदनी बाग थाने गई, लेकिन सुनवाई नहीं की। इसकी शिकायत उसने सीएम विंडो को भी की। 

महिला थाना प्रभारी मांग रही पीडि़ता का नेपाल का आधार कार्ड
सविता आर्य ने आरोप लगाया कि महिला थाना प्रभारी मीना पीडि़त महिला से बार-बार नेपाल का आधार कार्ड मांग रही थी। उसी के आधार पर कार्रवाई पर अड़ी थी। जबकि पीडि़ता ने दिल्ली का आधार कार्ड दिखा दिया था। डीएसपी ने भी केस दर्ज करने को कहा, लेकिन प्रभारी ने अनसुना कर दिया। कोई चारा न चलता देख उसने डीजीपी बीएस संधू को कॉल कर मामले से अवगत कराया। इसके बाद डीजीपी ने एसपी को कॉल कर कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद ही महिला थाने में शिकायत दर्ज की गई।  

तथ्य लिए जा रहे
पीडि़त महिला से अश्लील वीडियो व तथ्य लिए जा रहे थे। महिला थाना प्रभारी ने पीडि़ता का सुनवाई न किए जाने का मामला उसके संज्ञान में नहीं है। सामूहिक दुष्कर्म करने व अश्लील वीडियो बनाने के आरोपित उधम सिंह, अभिषेक, विशाल राणा और गौरव के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। 
सतीश कुमार गौतम, डीएसपी महिला थाना

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