Navratri 2021: शारदीय नवरात्र 7 से, डोली पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, जानिए इस बार क्‍योंं है खास

Navratri 2021 start and end date शारदीय नवरात्र की शुरुआत सात अक्‍टूबर से शुरू होने जा रहे हैं। इस बार मां दुर्गा डोली पर सवार होकर आएंगी। हालांकि नवरात्र के दिन घट रहे हैं। नवरात्रि में तृतीया और चतुर्थी तिथि एक साथ पड़ रही है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 02:08 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 02:08 PM (IST)
Navratri 2021: शारदीय नवरात्र 7 से, डोली पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, जानिए इस बार क्‍योंं है खास
शारदीय नवरात्र सात अक्‍टूबर से शुरू हो रहा है।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। इस बार शारदीय नवरात्र में मां डोली पर सवार होकर आएंगी। इस वर्ष नवरात्र गुरुवार के दिन यानी सात अक्‍टूबर से शुरू हो रहे हैं। 15 अक्टूबर को विजयदशमी के साथ नवरात्र का समापन होगा। इस बार सुबह एक घंटे कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है।

कुरुक्षेत्र के गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक डा. रामराज कौशिक ने बताया कि मां दुर्गा को समर्पित ये पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। सालभर में चार नवरात्र मनाए जाते हैं। दो बार गुप्त नवरात्र होते हैं। एक चैत्र और दूसरे शारदीय नवरात्र होते हैं। शारदीय नवरात्र अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होते हैं और नौ दिन तक चलते हैं।

इस बार शारदीय नवरात्र सात अक्टूबर वीरवार से शुरू हैं और 15 अक्टूबर को विजयदशमी के साथ समापन होंगे। नौ दिन तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। प्रतिपदा तिथि के दिन नवरात्र की शुरुआत घटस्थापना के साथ शुभ मुहूर्त के अनुसार होती है और नौ दिनों तक अगर शुभ मुहूर्त में ही पूजा-अर्चना की जाएं तो मां दुर्गा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है।

आइये जानते हैं नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में

नवरात्र कलश स्थापना मुहूर्त

नवरात्र की पूजा की शुरुआत कलश स्थापना के साथ होती है। पहले शुभ मुहूर्त के अनुसार कलश की स्थापना की जाती है। जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है।

07 अक्टूबर को सुबह 6:17 बजे से सुबह 7:07 बजे तक का समय शुभ है। ऐसे में इसी समय कलश स्थापना करने से नवरात्र फलदायी होंगे।

नौ नहीं आठ दिन के होंगे नवरात्रि

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार नवरात्र नौ दिनों के नहीं आठ दिनों तक चलेंगे। इस बार दो तिथियां एक साथ पड़ने के कारण एक नवरात्र घट रहा है और नवरात्र आठ दिन तक चलेंगे। नवरात्रि में तृतीया और चतुर्थी तिथि एक साथ पड़ रही है। पंचांग के अनुसार नौ अक्टूबर शनिवार को तृतीया तिथि सुबह 07:48 बजे तक रहेगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि शुरू हो जाएगी। जो 10 अक्टूबर को सुबह 5:00 बजे तक रहेगी।

नवरात्र कलेंडर

पहला नवरात्र-- 07 अक्टूबर, गुरुवार को पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होगी।

दूसरा नवरात्र- 08 अक्टूबर, शुक्रवार को दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होगी।

तीसरा और चौथा नवरात्र-09 अक्टूबर, शनिवार को तीसरे दिन मां चंद्रघंटा पूजा व मां कुष्मांडा की पूजा होगी।

पांचवां नवरात्र---10 अक्टूबर, रविवार को चौथे दिन मां स्कंदमाता की पूजा होगी।

छठा नवरात्र- 11 अक्टूबर, सोमवार को पांचवे दिन मां कात्यायनी की पूजा होगी।

सातवां नवरात्र--12 अक्टूबर, मंगलवार को छठे दिन मां कालरात्रि की पूजा होगी।

दुर्गा अष्टमी पूजन- 13 अक्टूबर, बुधवार को सातवें दिन कन्या पूजन होगा और मां महागौरी की पूजा की जाएगी।

महानवमी-- 14 अक्टूबर, गुरुवार को आठवें दिन हवन होगा और कन्या पूजन किया जाएगा।

दशहरा- 15 अक्टूबर, शुक्रवार को दशमी के दिन नवरात्रि व्रत का पारण किया जाएगा और दशहरा का पर्व भी मनाया जाएगा। इस दिन भंडारे आयोजित करने की भी परंपरा है. लोग अपने सामर्थ्य अनुसार भंडारा करते हैं।

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