नगर निगम कर्मचारी बोले- मांगें पूरी करने का लिखित आश्वासन मिलने पर ही खत्म करेंगे हड़ताल

कर्मचारियों ने लिखित आश्वासन मांगा तो उन्होंने कहा कि पांच बजे तक पहुंच जाएगा लेकिन वीरवार शाम तक भी लिखित में कुछ नहीं मिला।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Feb 2021 06:23 AM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 06:23 AM (IST)
नगर निगम कर्मचारी बोले- मांगें पूरी करने का लिखित आश्वासन मिलने पर ही खत्म करेंगे हड़ताल
नगर निगम कर्मचारी बोले- मांगें पूरी करने का लिखित आश्वासन मिलने पर ही खत्म करेंगे हड़ताल

जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम कर्मचारियों की काम छोड़ो हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। छह दिनों से लोग निगम कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। काउंटर खाली पड़े होने के कारण बिना काम करवाए वापस लौटना पड़ रहा है। आयुक्त कार्यालय में धरना दे रहे कर्मचारियों में पालिका बाजार के कर्मी भी शामिल हैं। एक दिन पहले बुधवार को सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट हड़ताली कर्मचारियों से मिलने आए थे। उन्होंने उनकी मांग पूरी होने का आश्वासन भी दिया। कर्मचारियों ने लिखित आश्वासन मांगा तो उन्होंने कहा कि पांच बजे तक पहुंच जाएगा, लेकिन वीरवार शाम तक भी लिखित में कुछ नहीं मिला।

नगर पालिका कर्मचारी यूनियन के बैनर तले आयोजित इस हड़ताल में कच्चे-पक्के सभी कर्मचारी भाग ले रहे हैं। यूनियन प्रधान सुभाष चांडलिया का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर आयुक्त हड़ताली कर्मचारियों के बीच आकर लिखित आश्वासन देंगे तभी हड़ताल समाप्त होगी। सीनियर डिप्टी मेयर तो अपनी राजनीति चमकाने के लिए आए थे। कार्यालय में पिछले चार दिनों से आयुक्त नहीं आ रहे हैं।

हड़ताल से आम लोग परेशान

निगम में काम कराने आ रहे लोग सबसे ज्यादा परेशानी झेल रही है। काम से छुट्टी लेकर लोग निगम के चक्कर लगाने पर मजबूर हैं। आने-जाने का किराया अलग से खर्च कर रहे हैं। कब काम होगा। इसका भी कोई पता नहीं लग रहा। चार दिन से प्रापर्टी टैक्स भरने के लिए चक्कर लगा रहा हूं : सुशील गुप्ता

वार्ड 12 से आए सुशील गुप्ता ने बताया कि वह लगातार चार दिनों से प्रापर्टी टैक्स भरने के लिए निगम का चक्कर लगा रहा है। उसे अपने मकान नंबर 143 का टैक्स भरना है। हड़ताल के कारण वह रोजाना निराश लौट रहा है।

टैक्स नहीं भरा गया, कब भरेगा बताने के लिए कोई तैयार नहीं : सुरेंद्र

तहसील कैंप से प्रापर्टी टैक्स भरने के लिए आयुक्त कार्यालय में पहुंचे सुरेंद्र ने बताया कि वह टैक्स भरने के लिए आया था, लेकिन बिना टैक्स भरने लौटना पड़ रहा है। कब हड़़ताल खुलेगी कोई बताने के लिए तैयार नहीं है। सरकार को जल्द यह मामला निपटाना चाहिए। पेंशन बनवानी है, मृत्यु सर्टिफिकेट नहीं मिला : खातून

सौंधापुर गांव से आई महिला खातून ने बताया कि उसके शौहर की मृत्यु हो चुकी है। घर में कमाने वाला कोई नहीं है। पेंशन बनवाने के लिए मृत्यु सर्टिफिकेट लेने आई थी, लेकिन नहीं मिला।

नहीं बना जन्म प्रमाणपत्र : राम बाबू

इंदिरा कालोनी से आए रामबाबू ने बताया कि बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र लेने आया था, हड़ताल के कारण निराश लौटना पड़ रहा है। कोई सुनवाई नहीं हो रही। कब सर्टिफिकेट मिलेगा यह भी कोई नहीं बता रहा।

मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं मिला : सुनील

गीता कालोनी वासी सुनील ने बताया कि अपनी माता का मृत्यु सर्टिफिकेट बनवाने आया था। 16 जनवरी को माता की मृत्यु हुई थी। सर्टिफिकेट नहीं बन रहा। खाली हाथ लौटने पर मजबूर हूं।

280 कर्मचारियों की नौकरी बहाल हो

नगर निगम ने वित्तीय स्थिति ठीक न होने के नाम पर 280 कच्चे सफाई कर्मचारियों को हटा दिया है। कर्मचारी यूनियन इन लोगों की भर्ती दोबारा करने की मांग कर रही है। यूनियन नेता सुभाष चांडिलया ने कहा कि गुरुग्राम, फरीदाबाद में सहित अन्य नगर निगम में निकाले गए कर्मचारियों को दोबारा नौकरी पर ले लिया गया है। सरकार ने यहां भी नौकरी दोबारा देने के लिए पत्र लिखा है, बावजूद इसके सुनवाई नहीं हो रही। 60-60 हजार के वेतन के अधिकारियों की भर्ती की जा रही है। अन्य नगर निगमों में यूनियन प्रधानों को टेंडर का लालच दिया गया। मुझे भी ठेका देने का लालच दिया गया था।

नगर परिषद के समय पानीपत में 1250 सफाई कर्मचारी थे। वर्तमान में 750 सफाई कर्मचारियों के जिम्मे शहर की सफाई है। शहर की सफाई के लिए कम से कम 2800 कर्मचारी चाहिए।

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