बहुद्देश्यीय कर्मचारी एसोसिएशन दोफाड़, जिलाध्यक्ष ने बनाई नई कमेटी

बहु उद्देश्यीय कर्मचारी महासंघ दोफाड़ हो गया। 12 में से आठ सदस्यों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था। जिला प्रधान सतबीर सिंह ने नई कार्यकारिणी का गठन कर लिया।

By Edited By: Publish:Tue, 30 Jul 2019 08:30 AM (IST) Updated:Tue, 30 Jul 2019 02:35 PM (IST)
बहुद्देश्यीय कर्मचारी एसोसिएशन दोफाड़, जिलाध्यक्ष ने बनाई नई कमेटी
बहुद्देश्यीय कर्मचारी एसोसिएशन दोफाड़, जिलाध्यक्ष ने बनाई नई कमेटी

पानीपत, जेएनएन।  बहुद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन, पानीपत के 12 सदस्यों में से आठ ने पांच दिन पहले अपना इस्तीफा दे दिया था। जिला प्रधान सतबीर सिंह ने सिविल अस्पताल के पार्क में कर्मचारियों की बैठक बुला नई कमेटी का गठन कर दिया। इस्तीफा देने वाले गुट ने चुनाव को असंवैधानिक बताया है।

सर्व कर्मचारी संघ से संबद्ध एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सतबीर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक तकरीबन दो घंटे चली। इसमें शीला देवी वरिष्ठ उपप्रधान, नरेंद्र कुमार कोषाध्यक्ष, संदीप कुमार सचिव, विरेंद्र, पिंकी और गुणवती उप प्रधान, पवन कुमार प्रचार सचिव और कुलदीप शर्मा को ऑडिटर चुना गया। सभी को पद व गोपनीयता की शपथ भी दिलाई गई। चुनावी बैठक में सर्व कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष कश्मीर सिंह भी रहे। हालांकि, वे दोनों गुटों को एक मंच पर लाने और दोबारा बैठक बुलाने के पक्षधर दिखे। इस मौके पर राजीव कुमार, जोगेंद्र, जितेंद्र, शैलेंद्र, कृष्ण, नवीन, दर्शना, अंजू, प्रोमिला, संतोष, कलावती, आशा और गीता आदि मौजूद रहे।

चुनाव पूरी तरह असंवैधानिक
जिला सचिव के पद इस्तीफा देने वाले रणधीर मोर ने बताया कि जिला कमेटी में 12 सदस्य होते हैं। जिलाध्यक्ष का कार्यकाल दो साल का होता है। उप प्रधान सुरेश कटारिया और सह सचिव जगमती का दूसरे जिले में तबादला हो चुका है। इनके अलावा आठ सदस्य इस्तीफा दे चुके हैं, ऐसे में जिला प्रधान का चुनाव नए सिरे से होना चाहिए। एसोसिएशन में कुल 356 सदस्य हैं, सोमवार को हुई चुनावी बैठक में मात्र 48 मौजूद रहे। इसलिए कमेटी का गठन असंवैधानिक है। इस्तीफा देने वाले कई अन्य कर्मचारियों ने भी जिला प्रधान पर हठधर्मिता का आरोप लगाया है। 

24 नवंबर 2017 को जिला कमेटी का चुनाव हुआ था, और मुझे प्रधान चुना गया था। उस समय कार्यकाल दो साल का था, बाद में राज्य कमेटी ने संशोधन कर तीन साल का कर दिया। अब में 19 नवंबर 2020 में जिला प्रधान हूं। कमेटी के सदस्यों के इस्तीफा देने या किसी को कमेटी से निकाले जाने की स्थिति में जिला प्रधान को अधिकार होता है कि वह नए सदस्यों को कमेटी पर लेकर पदों को भर सके।
सतबीर सिंह, जिला प्रधान।

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