दिव्यांग स्वयं को अशक्त न समझें : महीपाल ढांडा

दिव्यांगजन स्वयं को अशक्त न समझें। इंडियन ऑयल जैसी नवरत्न कंपनी उनकी लिए समय समय पर सामान उपलब्ध कराती है। यह बात पानीपत के विधायक महिपाल ढांडा ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Dec 2018 12:21 PM (IST) Updated:Sun, 23 Dec 2018 12:21 PM (IST)
दिव्यांग स्वयं को अशक्त न समझें : महीपाल ढांडा
दिव्यांग स्वयं को अशक्त न समझें : महीपाल ढांडा

जागरण संवाददाता, पानीपत : दिव्यांगजन स्वयं को अशक्त न समझें। इंडियन ऑयल जैसी नवरत्न कंपनी उनकी मदद के लिए आगे आई है। 401 दिव्यांग जनों को आर्टिफिशियल अंग विनिर्माण निगम की तरफ से उपकरण वितरित किए गए। मॉडल टाउन इंडस्ट्रियल एरिया स्थित बाल भवन में शनिवार को यह बात रिफानरी पेट्रोकेमिकल कांप्लेक्स की तरफ से आयोजित उपकरण वितरण समारोह में मुख्य अतिथि ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा ने कही।

उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की आजीविका संव‌र्द्धन परियोजना के रूप में सुविधा व सहायता के लिए सीएसआर सेवाओं के तहत कई उपकरण बांटे गए हैं। पानीपत शहर को स्वच्छ बनाने में इंडियन ऑयल ने जीटी रोड हाईवे के नीचे टाइलें लगवाई हैं। कंपनी प्रबंधन भविष्य में भी मदद के लिए तैयार है।

भाजपा नेता सुरेंद्र रेवड़ी ने कहा कि सीएसआर एक्टिविटी में पानीपत रिफाइनरी कहीं पीछे नहीं रहती है। दिव्यांगजनों को उपलब्ध कराए गए उपकरण आर्टिफिशयल अंग विनिर्माण निगम संस्था (एलिम्को) की तरफ से बनाए गए हैं। पानीपत जिला प्रशासन और रेडक्रॉस का इसमें खास सहयोग रहा। इस अवसर पर पीआरपीसी से केवीएस सुबूधी, जेएएन कोरेरा, डीसी वर्मा, श्रद्धा शर्मा, एके मिश्रा और रेडक्रॉस से विकास कुमार मौजूद थे।

तीन मंजिला बनेगा स्कूल

डीसी सुमेधा कटारिया ने कहा कि इंडियन ऑयल मन से लोगों की सेवा करने को तत्पर है। हॉली पार्क के पास दिव्यांग जनों के लिए तीन मंजिला स्कूल का निर्माण होगा। स्कूल में अशक्त बच्चों को सारी सुविधाएं मिलेंगी।

545 उपकरण बांटे गए : रायजादा

कार्यकारी निदेशक वीके रायजादा ने बताया कि पीआरपीसी की तरफ से 40 फीसद से अधिक विकलांग लोगों को 64 लाख रुपये की मदद से उपकरण बांटा गया है। 401 दिव्यांगजनों में से 110 महिलाएं और 102 बच्चे शामिल हैं। क्रैच, प्रोस्थेटिक्स, पैदल चलने वाली लाठी, कैलिपर, ट्राइ साइकिलें, ब्रेल किट, एमआर किट, मोटर्स वाली ट्राइ साइकिलें, डेजी प्लेयर, हिय¨रग मशीन, व्हीलचेयर और स्मार्ट फोन सहित अन्य उपकरण शामिल हैं। 545 उपकरण प्रदान किए गए। रायजादा ने कहा कि पीआरपीसी की सीएसआर टीम मूल अवसंरचना विकास, स्कूलों में सौर ऊर्जा संयंत्र, स्वास्थ्य सेवाएं, बहु कौशल विकास और ग्रामीण खेलकूद पर विशेष ध्यान देता है।

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