जब मंत्री ने पटवारी से कहा, रिश्वत की शिकायत देने वाले पर दर्ज कराओ एफआइआर
रिश्वत मामले में पटवारी पर भड़के मंत्री, बोले-शिकायतकर्ता झूठा तो दर्ज कराओ एफआइआर।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पंचायत भवन में बृहस्पतिवार को लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई। इसमें 10 हजार रुपये रिश्वत मांगने के आरोप पर पटवारी ने सफाई दी। कहा कि शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस ले ली है। इस पर बैठक की अध्यक्षता कर रहे राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज फटकार लगा दी। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता ने सीएम ¨वडो से लेकर समिति के सामने शिकायत रखी और अब सुलह हो गई। कहा कि उससे शपथ-पत्र लिया जाए। यदि शिकायतकर्ता शपथ-पत्र नहीं देता है तो पटवारी के खिलाफ कार्रवाई हो। अगर दे देता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराओ। बैठक के दौरान सांसद राजकुमार सैनी के पहुंचना भी चर्चा का विषय रहा। संपदा अधिकारी के तबादले की उठी मांग
सेक्टर तीन में हुए अवैध कब्जे न हटाने पर एचएसवीपी के संपदा अधिकारी के तबादले की ही मांग उठी। बैठक में इस्कॉन मिड-डे-मील द्वारा पिछले नौ साल से गाड़ियों को बगैर टैक्स चुकता किए चलाने के मामले पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए तो गांव कमौदा के डेरा अमृतसरिया में बिजली की समस्या दूर न करने पर बिजली निगम के अधिकारी को फटकार भी लगाई। इसके अलावा कई बैठकों में लगातार चली रही सैनिक के परिवार फिर भटकने को मजबूर
गांव सारसा में एक सैनिक के खेतों को पानी मिलने की समस्या के समाधान के मामले में 20 मिनट सुनवाई होने के बावजूद यह मामला लटका रह गया। इससे पहले भी कष्ट निवारण समिति की बैठक में डीसी को मामले को जल्द से जल्द निपटाने के आदेश दिए गए थे। सैनिक भी आश्वासन के बाद ड्यूटी पर लौट गया था। बावजूद अभी भी इस मामले को अगली बैठक में निपटाने का आश्वासन दिया गया। सिंचाई की समस्या के समाधान पर लगेगा छह माह का समय
शिकायत नंबर चार पर थैमलबेड़ा व पबाला के किसानों की ¨सचाई की समस्या को दूर करने के लिए ठोस योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि यह मामला 1986 से लटका पड़ा है इसे निपटाने के लिए अधिकारियों ने छह माह का समय मांगा है। पांच नंबर पर गांव कमौदा निवासी मलकीत ¨सह ने अमृतसरिया फार्म डेरा बाजीगर में बिजली की समस्या को उठाया तो राज्यमंत्री ने निगम के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए इस समस्या का जल्द समाधान करवाने के निर्देश दिए। ये भी मामले आए सामने
छह और सात नंबर पर प्रवीण कुमार और नरेश कुमार के उपस्थित न होने के चलते मामला फाइल कर दिया गया है। इसके बाद सीएम ¨वडों से संबंधित शिकायतों में नंबर आठ पर रामकुमार शेरगिर जाति से संबंध होने पर पिछड़ी जाति की सूची के अनुसार प्रमाणपत्र बनवाने की मांग की। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि वे इस विषय को लेकर अधिसूचना के अनुसार ही जाति प्रमाण पत्र बनवाने की बात कही। 10 नंबर पर रमेश कुमार की शिकायत पर सुनवाई करते हुए प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि इसके लिए नोटिस जारी कर दिए गए हैं। शिकायत नंबर 11 में झांसा के पुनित मल ने बताया कि उनकी समस्या का समाधान हो गया है। 12 नंबर पर शुगन चंद की शिकायत पर राज्यमंत्री ने 30 जुलाई को अदालत के फैसले का इंतजार करने की बात कही है। इस पर लोगों ने संपदा अधिकारी द्वारा इस विषय को लेकर ठीक कार्य न करने पर उनके तबादले की मांग की। राज्य मंत्री ने इस विषय पर विचार करने की बात कही है। 13 नंबर पर सूरजभान ने सुरेन्द्र डांगी पर नौकरी लगवाने के एवज में 84 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया था इस पर उन्होंने पुलिस को कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। 14 नंबर पर दीदार ¨सह निवासी संतोखपुरा गांव में गली पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने की बात कही। इस पर राज्यमंत्री ने एसडीएम थानेसर को गली से तुंरत कब्जा हटवाने निर्देश दिए। 15 नंबर में अजैब ¨सह निवासी सारसा के खेतों को ¨सचाई के लिए पानी देने के मामले का समाधान नहीं हो सका। इसी तरह 16 नंबर में राजकुमार सैनी गांव के पुराने जोहड़ पर कब्जा हटवाने की मांग की और एसडीएम कंवर ¨सह की कार्रवाई पर संतुष्टि जताई। 17 नंबर में शिकायर्ता दीपक के खिलाफ आरटीआई लगाकर ब्लैकमेल करने के आरोप के मामले में सभी विभागों द्वारा अगली बैठक से पहले उसकी आरटीआई की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। नगर परिषद अधिकारियों ने बताया कि अकेले उनके विभाग से ही 27 आरटीआई लगाई गई हैं। ये रहे मौजूद
बैठक में सांसद राजकुमार सैनी, थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, लाडवा के विधायक डा. पवन सैनी, भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मबीर मिर्जापुर, जिला परिषद के अध्यक्ष गुरदयाल ¨सह सुनहेडी, एससी मोर्चा के अध्यक्ष रामपाल पाली, उपायुक्त डॉ. एसएस फुलिया, अतिरिक्त उपायुक्त अनीस यादव व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। अचानक सांसद के पहुंचने पर सभी चौंके
सांसद राजकुमार सैनी कष्ट निवारण समिति की बैठक में पहुंचकर सभी को चौंका दिया। सांसद पहली बार पहुंचे थे। 12 बजे के करीब पंचायत भवन में उनके पहुंचने की जानकारी पर गुप्तचर विभाग भी चौकन्ना रहा। उनके बैठक में पहुंचने पर अधिकारियों और शिकायतकर्ताओं की नजरें भी उन्हीं पर टिकी रहीं। बैठक से बाहर निकले सांसद ने कहा कि वह बैठक की कार्रवाई के बारे में देखने और अपने लोकसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याएं जानने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से इस क्षेत्र के डार्क जोन में चले जाने पर किसानों को ट्यूबवेल लगाने की समस्या आ रही है उससे किसानों की खेती पर संकट आन खड़ा हुआ है। इसके लिए सभी को सोचना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग को भी उठाया। उन्होंने कहा कि देश भर के 250 के करीब परिवार लोकतंत्र में राजतंत्र चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षण के नाम पर भी 90 प्रतिशत आबादी के पास केवल 48 प्रतिशत नौकरियां हैं जबकि 10 प्रतिशत के पास 52 प्रतिशत नौकरियां हैं। आज मराठा आरक्षण की मांग का मामला भी इसी का परिणाम है।